मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी के खिलाफ ओड़िशा में भी प्राथमिकी दर्ज, जानें क्या है मामला
संजय तिवारी ने मिड डे मील की राशि को नव दुर्गा कंस्ट्रक्शन कंपनी से आने का फर्जी दस्तावेज तैयार किया है. नव दुर्गा के एमडी ने प्राथमिकी में भानु कंस्ट्रक्शन के संजय तिवारी पर दस्तावेज में जालसाजी करने का आरोप लगाया है
मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी के खिलाफ ओड़िशा में भी एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मेसर्स नव दुर्गा कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रबंधक निदेशक बिराट चंद्र डागरा ने यह प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें संजय तिवारी पर दस्तावेज में जालसाजी करने का आरोप लगाया गया है. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जल्द ही ओड़िशा में दर्ज इस प्राथमिकी को जांच के लिए इसीआइआर के रूप में दर्ज किया जायेगा,
क्योंकि संजय तिवारी ने मिड डे मील की राशि को नव दुर्गा कंस्ट्रक्शन कंपनी से आने का फर्जी दस्तावेज तैयार किया है. नव दुर्गा के एमडी ने प्राथमिकी में भानु कंस्ट्रक्शन के संजय तिवारी पर दस्तावेज में जालसाजी करने का आरोप लगाया है. इसमें यह कहा गया है कि संजय तिवारी उनके पास आये थे. उन्होंने खुद काे भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी का एमडी बताया था.
रांची निवासी घनश्याम सिंह नामक व्यक्ति ने उसकी पहचान की थी. संजय तिवारी ने यह कहा था कि बहरगोड़ा- सिंगदा फोर लेन का काम एल एंड टी( लार्सन एंज टुब्रो) को मिला है. इस कंपनी के अधिकारियों से उनके बेहतर संबंध है. वह इस फोर लेन के एक हिस्सा का काम नव दुर्गा कंपनी को दिलवा देंगे. साथ ही एल एंड टी से तकनीकी मदद भी करवा देंगे.
संजय की बात सुन कर वह काम लेने के लिए तैयार हो गये. काम लेने के मामले में सहमति देने के बाद संजय ने उनसे कंपनी का चार लेटर पैड यह कहते हुए लिया कि इसका इस्तेमाल एल एंड टी के अधिकारियों के साथ पत्राचार करने में काम आयेगा. संजय के कहने पर उन्होंने अपनी कंपनी के लेटर पैड के निचले हिस्से में हस्ताक्षर कर दिया. बाद में उसने उनकी कंपनी के लेटर पैड का गलत इस्तेमाल किया है.