झारखंड में 30 अगस्त 2022 से पूर्व गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित प्रारंभिक विद्यालय) विद्यालयों में नियुक्त शिक्षकों को अब पुराने वेतनमान के अनुरूप वेतन मिलेगा. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा इस संबंध में पूर्व में जारी पत्र में संशोधन किया गया है. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शुक्रवार को पत्र जारी कर दिया है.
शिक्षा सचिव द्वारा सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को जारी पत्र के अनुरूप वेतन भुगतान की प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है. ऐसे में राज्य के अल्पसंख्यक विद्यालयों में 30 अगस्त 2022 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को अब 9300 से 34500 का वेतनमान व 4200 रुपये का ग्रेड पे मिलेगा. जबकि, शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों का वेतनमान 5200 -20200 कर दिया गया था.
विभागीय पत्र में कहा गया है कि यह संबंधित जिला शिक्षा अधीक्षक की जवाबदेही होगी कि प्रत्येक ऐसी नियुक्ति के मामले में स्वीकृत पद, प्रकाशित विज्ञापन में पद की योग्यता एवं वेतनमान को देखेंगे.
आरसी चर्च के बिशपों ने शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान झारखंड ख्रीस्तीय अल्पसंख्यक शिक्षण संस्था और झारखंड अल्पसंख्यक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय शिक्षक-शिक्षकेतर समन्वय समिति के प्रतिनिधि भी उनके साथ थे. प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से अल्पसंख्यक स्कूलों की समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया.
सरकारी विद्यालयों को बेहतर बनाने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की. साथ ही अल्पसंख्यक विद्यालयों को और भी बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री से पहल करने का अनुरोध भी किया. मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को राज्य सरकार द्वारा यथोचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
इस अवसर पर आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो, बिशप थियोडोर मास्करेन्हास (डाल्टनगंज के बिशप), बिशप जूलियस मरांडी (दुमका), बिशप विंसेंट बरवा (सिमडेगा), बिशप विनय कंडुलना (खूंटी), बिशप तेलेस्फोर बिलुंग (जमशेदपुर), बिशप आनंद जोजो (हजारीबाग), फादर लिनुस पिंगल (गुमला के अपोस्तोलिक एडमिनिस्ट्रेटर), कैथोलिक विद्यालय निरीक्षक, रांची फादर मुकुल कुल्लू, फादर एरेंसियुस मिंज, निरंजन कुमार सांडिल, एंथोनी तिग्गा, पीटर खेस और रमेश कुमार सिंह मौजूद थे.
राज्य सरकार ने सरकारी विद्यालयों में सहायक आचार्य पद का सृजित किया है. राज्य के अल्पसंख्यक विद्यालय के शिक्षकों का वेतन भी सहायक आचार्य के पद के अनुरूप किया गया है. परंतु इस दौरान अल्पसंख्यक विद्यालयों में जो शिक्षक नियुक्त हो गये थे, उनका भी वेतन सहायक आचार्य के अनुरूप कर दिया गया था. शिक्षक संगठन इसका विरोध कर रहे थे.
उनका कहना था कि उनकी नियुक्ति विभाग द्वारा वेतनमान को लेकर जारी पत्र के पूर्व हुआ है, ऐसे में उन्हें पूर्व के प्रावधान के अनुरूप ही वेतन मिलना चाहिए. राज्य भर के विद्यालयों में नियुक्त लगभग 1500 शिक्षक इससे प्रभावित थे. झारखंड अल्पसंख्यक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय शिक्षक शिक्षकेतर समन्वय समिति ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार जताया है. समिति के निरंजन कुमार सांडिल, अंथोनी तिग्गा, रमेश सिंह, पीटर खेस ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है.