झारखंड में बढ़ा आसमानी मौत का खतरा, दो दिनों के अंदर 27 लोगों की हुई मौत
झारखंड में मानसून आने के साथ ही आसमानी कहर का खतरा भी बढ़ गया है. राज्य में दो दिनों के अंदर यानी 20 और 21 जून को वज्रपात से कुल 27 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग घायल हो गए हैं.
Jharkhand Monsoon Update: झारखंड में मानसून आने के साथ ही आसमानी कहर का खतरा भी बढ़ गया है. एक तरफ मानसून के आगमन से लोगों को गर्मी से राहत मिली तो दूसरी तरफ राज्य में वज्रपात से लोग अपनी जान भी गवां रहे हैं. बता दें कि पूरे राज्य में दो दिनों के अंदर यानी 20 और 21 जून को वज्रपात से कुल 27 लोगों की मौत हो गई है. दरअसल, मंगलवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हुई वज्रपात की घटना में 16 लोगों की मौत हो गयी तो बुधवार को 11 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग घायल भी हुए हैं.
अब तक इतने लोगों की हुई मौत
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बात करें 21 जून बुधवार की तो झारखंड के अलग-अलग जिलों से वज्रपात से कुल 11 लोगों की मौत हुई है. जिसमें लातेहार के बालूमाथ निवासी राजो देवी की मौत हो गयी है. जबकि चतरा के सिमरिया प्रखंड के डाडी गांव में ठनका से अमन कुमार (10 वर्ष) की मौत हो गयी. इटखोरी में भी वज्रपात से शहरजाम गांव निवासी सीताराम रवानी के पुत्र सन्नी कुमार की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार, वह मवेशी चरा रहा था, तभी बारिश के साथ वज्रपात हुई. सिमडेगा के ठेठईटांगर में वज्रपात की चपेट में आने से 53 वर्षीय सामुएल लकड़ा की मौत हो गयी. गढ़वा के मेराल थाना क्षेत्र स्थित श्यामा गांव निवासी दानी साहू (52) की भी मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गयी.
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वहीं 20 जून मंगलवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हुई वज्रपात की घटना में 16 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग घायल हुए हैं. मृतकों में सात बच्चे शामिल हैं. बता दें कि वज्रपात से रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, रामगढ़, चतरा, बोकारो, गिरिडीह, पलामू, कोडरमा में मौत हुई है. सबसे बड़ी घटना हजारीबाग सिलवार पहाड़ पर हुई. यहां ठनका गिरने से दो की मौत हो गयी, जबकि एक दर्जन लोग घायल हुए हैं. वहीं, रांची के मेसरा के सदिया गांव में मंगलवार शाम 4:30 बजे बारिश के साथ ठनका गिरने से 12 साल की बच्ची सिमरन की मौत हो गयी.
वज्रपात से कई लोगों के घर भी हो गए ध्वस्त
तेज आंधी और बारिश से सिसई के सकरौली गांव निवासी उपेंद्र साहू का मुर्गी फार्म ध्वस्त हो गया. इसमें 70 हजार रुपये का नुकसान हुआ है. लोहरदगा में पिछले दो दिनों से तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने गरीबों पर कहर बरपाया. आंधी तूफान से किस्को व सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के कई लोगों के घर का एस्बेस्टस क्षतिग्रस्त हो गया है. किस्को के चोरगाई निवासी बलदेव लोहरा, दरंगा टोली निवासी रोहित उरांव, तरी उरांव तथा सेन्हा यादव मोहल्ला के चारों उरांव, जगरनाथ उरांव सहित कई अन्य लोगों का खपरैल एवं एस्बेस्टस का मकान क्षतिग्रस्त हो गया.
वज्रपात को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी
इधर, मौसम विभाग ने आगे के कुछ दिनों के लिए भी खासकर वज्रपात को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही लोगों को खास चेतावनी भी दी है. कहा है कि बारिश और वज्रपात की संभावना हो तो पेड़, जर्जर भवन समेत खुली जगह पे रहने से बचने की आवश्यकता है.
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