रांची में मेयर (महापौर) पद अब अनुसूचित जनजाति (एसटी) महिला वर्ग के लिए नहीं होगा. इस बार के निकाय चुनाव में इसे बदला जा सकता है. जानकारी के अनुसार, आरक्षण रोस्टर में रांची मेयर का पद बदल कर अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए करने का प्रस्ताव है. इसे अनुसूचित जाति वर्ग के लिए ओपेन सीट भी कह सकते हैं. यानी यह पद किसी महिला या पुरुष के लिए आरक्षित नहीं होगा, बल्कि अनुसूचित जाति वर्ग के महिला या पुरुष कोई भी प्रत्याशी चुनाव लड़ सकेंगे.
प्रस्ताव पर सहमति मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जायेगा. रांची में जब से निकाय चुनाव हो रहा है, तब से मेयर पद अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित रहा है. अभी पूरे राज्य के निकाय चुनाव के लिए नगर पालिका में अध्यक्ष और नगर निगम में मेयर पद के लिए आरक्षण तय किया जा रहा है. इस बार रोस्टर के तहत आरक्षित सीट में बदलाव किया जा रहा है. राज्य भर की सभी सीटों पर निर्णय लिया जा रहा है. एसटी व एससी सीटों में फेरबदल पर काम किया जा रहा है. इस कड़ी में रांची के मेयर पद के लिए यह प्रस्ताव बना है. जल्द ही इसे फाइनल कर सारी सीटों को आरक्षणवार जारी कर दिया जायेगा.
रांची में अब तक तीन बार निकाय चुनाव हो चुका है. अभी चौथी बार चुनाव होने जा रहा है. इस तरह तीनों बार अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला मेयर बनी हैं. सबसे पहले रमा खलखो मेयर बनीं थीं. दूसरी और तीसरी बार आशा लकड़ा मेयर बनी हैं. चौथी बार अनुसूचित जाति वर्ग के महिला या पुरुष को मेयर बनने का मौका मिलने जा रहा है.
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आरक्षण रोस्टर में रांची मेयर की सीट बदलने का प्रस्ताव
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रांची अब तक एसटी महिला वर्ग के लिए था आरक्षित
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अब एससी का पुरुष या महिला कोई भी लड़ सकेगा चुनाव
रिपोर्ट- मनोज लाल