झारखंड का ऐतिहासिक मुड़मा जतरा का आगाज आज से, बदले मार्ग से आएंगे लोहरदगा से रांची आने वाले वाहन
मेला में विधि व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारियां कर ली गयी है. मेला स्थल पर 15 वॉच टॉवर बनाये गये हैं. वहीं 15 दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इसके अलावा महिला और पुरुष बल की तैनाती की गयी है
रांची : राज्य का ऐतिहासिक मुड़मा जतरा का आगाज 30 अक्तूबर से होगा. दो दिवसीय मेले की तैयारियां पूरी हो चुकी है. झूला समेत खेल-तमाशा, मौत का कुआं, सर्कस और जादू व अन्य मनोरंजन की यहां व्यवस्था कर ली गयी है. पारंपरिक वाद्य यंत्र, कृषि उपकरण, अस्त्र शस्त्र, श्रृंगार प्रसाधन, खेल खिलौने के सैकड़ों स्टॉल भी सज चुके हैं. सोमवार को सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा की अगुवाई में 40 पड़हा के पाहन पुजार व धार्मिक अगुवा जतरा स्थल पर शक्ति खूंटा की पूजा-अर्चना के साथ मेला का उदघाटन करेंगे. उदघाटन के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी मौजूद रहेंगे.
इधर, मेला में विधि व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारियां कर ली गयी है. मेला स्थल पर 15 वॉच टॉवर बनाये गये हैं. वहीं 15 दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इसके अलावा महिला और पुरुष बल की तैनाती की गयी है. मेले पर सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी होगी. धर्मगुरु बंधन तिग्गा के अनुसार समिति की ओर से दो हजार स्वयंसेवकों की भी तैनाती की गयी है. इससे पहले रविवार को ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो समेत अन्य पदाधिकारी व्यवस्था की तैयारी का जायजा लेने पहुंचे.
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इधर, मेला को देखते हुए प्रशासन की ओर से एनएच 75 पर 30 अक्तूबर से रूट डाइवर्ट किया गया है. लोहरदगा की ओर से आनेवाले वाहन टांगरबसली मोड़ से बेड़ो होते हुए रांची की ओर जायेंगे. वहीं रांची की ओर से आनेवाले सभी वाहन काठीटांड़ से ठाकुरगांव होते हुए गंतव्य की ओर जायेंगे.