झारखंड के टॉप 33 नक्सली फिलहाल झारखंड पुलिस के रडार पर हैं. इन सभी पर झारखंड पुलिस और केंद्रीय बल की संयुक्त टीम पैनी नजर रखे हुए है. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी है, जिस पर उच्चस्तरीय समीक्षा भी की गयी है. रिपोर्ट में बताय गया है कि मौजूदा समय में चाईबासा के सरजमबुरू और लोयाबेड़ा में करीब 150 नक्सली मौजूद हैं.
इनमें माओवादी केंद्रीय कमेटी मेंबर और एक करोड़ का इनामी अनल दा, 25-25 लाख के इनामी सैक सदस्य अनमोल, अजय महतो व चमन उर्फ लंबू, 15 लाख का इनामी रीजनल मेंबर अमित मुंडा, पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर कांडे होनहांगा और दो लाख का इनामी एरिया कमांडर सलूका पाहन शामिल हैं. इस क्षेत्र में ही झारखंड पुलिस व केंद्रीय बल की टीम 11 जनवरी से लगातार अभियान चला रही है. इस दौरान कोबरा बटालियन के करीब 10 जवान आइइडी विस्फोट की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं.
यहां माओवादी केंद्रीय कमेटी मेंबर व एक करोड़ का इनामी विवेक, सैक सदस्य सहदेव सोरेन, रामदयाल महतो व रीजनल मेंबर रणविजय उर्फ रणजय सहित 20 से 25 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना है.
पलामू के हुसैनाबाद और पांडू सीमा पर : यहां माओवादी रीजनल कमांडर नितेश उर्फ इरफान और जोनल कमांडर संजय उर्फ गोडराम सहित चार नक्सली सक्रिय हैं.
चतरा : राजपुर का बिरलुटुदाग : यहां सैक सदस्य गौतम पासवान व चार्लिस, जोनल कमांडर चंदन, मनोहर गंझू, अमर गंझू, बुधन, नंदू और नंदकिशोर सहित 15 नक्सली मौजूद हैं.
बोकारो का झुमरा पहाड़ : यहां सैक सदस्य चंचल और रीजनल कमेटी मेंबर अनुज सहित छह नक्सली हैं.
लातेहार का आधे और कुरगी : यहां सैक सदस्य मरकस, रीजनल कमांडर छोटू खेरवार, जोनल कमांडर मृत्युंजय और जोनल कमांडर नीरज सहित 15 नक्सलियों के सक्रिय होने की सूचना है.
लोहरदगा-गुमला सीमा क्षेत्र : यहां रीजनल कमांडर रवींद्र गंझू व लाजिम सहित 10 नक्सली सक्रिय हैं.
झारखंड के 24 में से सिर्फ आठ जिले ही पूरी तरह से नक्सल मुक्त हैं. इनमें कोडरमा व रामगढ़ के अलावा संताल परगना के देवघर, जामताड़ा, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ शामिल हैं. शेष 16 जिलों में नक्सली सक्रिय हैं.