नक्सलियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई, चाईबासा के प्रभावित इलाके में CRPF और कोबरा बटालियन का सर्च अभियान जारी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब इलाके में शेष बचे नक्सलियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई आरंभ हुई है. पूरे अभियान की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय से लेकर सीआरपीएफ और एसटीएफ मुख्यालय से की जा रही है
रांची : चाईबासा के नक्सल प्रभावित इलाके में शुक्रवार को सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के साथ-साथ झारखंड जगुआर की टीम नक्सलियों के गढ़ में पहुंच गयी है. संयुक्त बल नक्सलियों को चारों ओर से घेरने का प्रयास कर रही है, ताकि इलाके से नक्सलियों का पूरी तरह से सफाया किया जा सके. शुक्रवार को सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों की ओर से दूर से पुलिस बल पर फायरिंग भी की गयी. इससे पहले जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने आइइडी विस्फोट भी किया. जवाब में पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गयी. इसमें कुछ नक्सलियों के घायल होने की बात सामने आयी है. हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने अधिकारिक रूप से नहीं की है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब इलाके में शेष बचे नक्सलियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई आरंभ हुई है. पूरे अभियान की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय से लेकर सीआरपीएफ और एसटीएफ मुख्यालय से की जा रही है. स्पेशल ब्रांच के सहयोग से नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटायी जा रही है. इस काम में केंद्रीय खुफिया एजेंसी की मदद ली जा रही है. उल्लेखनीय है कि संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ यह अभियान 10 अक्तूबर से कुईया, छोटा कुईया, मारादिरी, मेरालगढ़, हाथीबुरू, तिलयबेड़ा बोयपाइससांग, कटंबा, बायहातू, बोरोय, हुसिपी, राजाबासा, तुंबाहाका, रेगड़ा और गोबुरू आदि इलाके में शुरू की गयी है.
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एनआइए ने नक्सली मोन तियू को रिमांड पर लिया
रांची: चाईबासा में भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला और इस हमले में दो जवानों की मौत के केस में एनआइए ने नक्सली मोन तियू को रिमांड पर लिया है. उससे अब एनआइए की टीम घटना में शामिल अन्य नक्सलियों और घटना के बारे में पूछताछ करेगी. जानकारी के अनुसार, मोन तियू गोइलकेरा थाना क्षेत्र के कटंबा टोला का रहनेवाला है. उसे चाईबासा पुलिस ने सात अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया था. वह वर्तमान में पूर्व में चाईबासा जेल में बंद था. आरोपी के बारे में एनआइए की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि वह घटना को अंजाम देने के लिए घटित स्पेशल टीम में शामिल था. एनआइए ने केस में आरोपी को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय से अनुमति मांगी थी. न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद यह कार्रवाई की गयी है.