रांची : भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता को शुक्रवार को पटना से गिरफ्तार किया गया. उसे झारखंड पुलिस और सेंट्रल एजेंसी की सूचना पर बिहार पुलिस की स्पेशल टीम ने पकड़ा है. इसकी जानकारी झारखंड पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारियों को मिली है, लेकिन झारखंड पुलिस ने अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
नक्सली मिथिलेश का पूरा नाम मिथिलेश मेहता उर्फ भिखारी उर्फ अभिषेक दा उर्फ गेहुदा है. उसके पिता का नाम राम बिलास प्रसाद है. वह मूल रूप से औरंगाबाद जिले के कुटुंबा क्षेत्र स्थित खैरा का निवासी है. झारखंड पुलिस मुख्यालय ने उसके खिलाफ एक करोड़ इनाम की राशि का प्रस्ताव भेजने की तैयारी की थी. इसके लिए गढ़वा, लातेहार, गुमला और लोहरदगा एसपी को जिम्मेवारी दी गयी थी.
मिथिलेश पर लातेहार और आसपास के जिलों में भी केस दर्ज हैं, लेकिन उसके खिलाफ अभी इनाम की राशि की घोषणा होनी बाकी थी. मिथिलेश वर्तमान में बूढ़ा पहाड़ इलाके में संगठन को मजबूत बनाने के लिए पिछले कई माह से कैंप रहा था. उसे बूढ़ा पहाड़ की जिम्मेवारी शीर्ष नक्सली अरविंद जी की मौत के बाद सौंपी गयी थी.
मिथिलेश मेहता बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के साथ बैठक कर फिर से संगठन को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा था. लेकिन हाल में नक्सली संगठन में किसी बात को लेकर फूट पड़ गयी थी. जिस कारण वह कुछ नक्सलियों से नाराज भी चल रहा था. इसी कारण वह बूढ़ा पहाड़ से निकल कर अपने किसी काम से गया चला गया था. वहां से पटना पहुंचा था.
उसके बूढ़ा पहाड़ से जाने की जानकारी झारखंड पुलिस के अधिकारियों को मिली थी. जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए सेंट्रल एजेंसी के अलावा बिहार पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया था. ज्ञात हो कि अभी हाल में ही एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जिसके माध्यम से भी मिथिलेश मेहता के बारे में झारखंड पुलिस को कई अहम जानकारी मिली थी.
Posted By: Sameer Oraon