Jharkhand News, Ranchi News, Naxal News Today रांची : माओवादी पोलित ब्यूरो के सदस्य सुधाकरण व उसकी पत्नी नीलिमा तेलंगाना में सरेंडर करने के बाद से आराम की जिंदगी काट रहे थे. लेकिन अब इनकी परेशानी बढ़नेवाली है. नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने इस दंपती व इनसे जुड़े नक्सलियों पर शिकंजा कसने के लिए प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जांच रांची स्थित एनआइए ब्रांच कर रही है.
मामला लातेहार के गारू थाना क्षेत्र के रूप पंचायत स्थित जंगल से जुड़ा है. एजेंसी ने लातेहार के गारू थाना के केस 32/2017 व एनआइए की ओर से पूर्व में दर्ज किये गये केस आरसी 14/2017 की जांच में गारू जंगल में सुधाकरण की ओर से 100 नक्सलियों के साथ बड़े वारदात को अंजाम देने की साजिश रचने की बात सामने आने के बाद केस संख्या आरसी 03/2021 दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
इसमें सुधाकरण, उसकी पत्नी नीलिमा, प्रभु साव, बलराम उरांव, छोटू खेरवार, प्रदीप चेरो, नीरज, रवींद्र गंझू, मृत्युंजय, मनोज सिंह व विश्राम उरांव को नामजद समेत 110 अज्ञात नक्सलियों को आरोपी बनाया गया है. यह केस आइपीसी की धारा 120-इ, आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए व यूएपीए एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
ज्ञात हो कि माओवादी पोलित ब्यूरो के सदस्यसुधाकरण और नीलिमा रेड्डी ने 12 फरवरी 2019 को तेलंगाना पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था. उस वक्त सुधाकरण पर झारखंड सरकार ने एक करोड़ और तेलंगाना ने 25 लाख का इनाम रखा था. इससे पूर्व 30 अगस्त 2017 को 25 लाख रुपये नकद व 457 किलो सोना के साथ सुधाकरण के भाई बी नारायण रेड्डी और उसके सहयोगी सत्यनारायण रेड्डी को चुटिया (रांची) में पुलिस ने पकड़ा था. बाद में एनआइए ने केस को टेकओवर किया था.
गुमला के बिशुनपुर निवासी गिरफ्तार नक्सली प्रभु साव ने एनआइए को पूछताछ में बताया था कि सुधाकरण ने लातेहार जिला के गारू थाना क्षेत्र के रूप पंचायत के जंगल में बड़ी घटना को अंजाम देने केे लिए योजना बनायी थी. प्रभु के बयान के आधार पर रुद्रा गांव के जंगल में छापेमारी कर एनआइए ने एसएलआर की 13 राउंड कारतूस समेत अन्य सामान की बरामदगी की थी.
Posted By : Sameer Oraon