रांची, अमन तिवारी : पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों का बंकर ध्वस्त करने के साथ ही गोला-बारूद नष्ट कर दिया था. इसका बदला लेने के लिए नक्सलियों ने एसटीएफ में एसॉल्ट ग्रुप 22 के प्रभारी सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी और गौतम पासवान की हत्या की थी. इस बात का खुलासा घटना को लेकर चाईबासा पुलिस द्वारा रिपोर्ट से हुआ है. रिपोर्ट एसटीएफ एसॉल्ट ग्रुप 22 के हवलदार दामोदर महतो के बयान के आधार पर तैयार किया गया है. हवलदार ने अपने बयान में कहा है कि 14 अगस्त को घटना के दौरान वह तुंबाहाका गांव की एक पहाड़ी पर था. इस दौरान जवानों को तीन पोस्ट बनाकर तैनात किया गया था. पोस्ट नंबर एक में वह, सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी, गौतम पासवान सहित अन्य लोग थे. इसी दौरान शाम के करीब सात बजे नक्सलियों ने अचानक ब्रस्ट फायर कर दिया. इसमें अमित तिवारी और गौतम पासवान को गोली लग गयी.
इस दौरान नक्सली लाल सलाम जिंदाबाद का नारा लगाते हुए सुरक्षा बलों को गाली देते हुए यह कह रहे थे कि हमारा एक बंकर उड़ाये हो न. गोला बारूद भी नष्ट किये न. आज तुम लोगों को नहीं छोड़ेंगे. जान से मार देंगे. यह कहते हुए नक्सलियों ने करीब 20 मिनट तक लगातार तीनों पोस्ट पर फायरिंग की. इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की. हवलदार के बयान के अनुसार इस दौरान नक्सली मोछू, बुधराम, कांडे, अश्विन, सुशांत, सोहन, लालू, सिंगराय, देवन, राजेश, अमन और पगला को यह कह रहे थे कि आप लोग मिसिर दा को लेकर निकल जायें. इतनी राउंड फायरिंग की है, पुलिसवालों को भी जरूर गोली लगी होगी. इसके बाद आवाज देने वाले नक्सलियों ने अपने अन्य सहयोगी नक्सली का नाम लेते हुए पतिराम से कहा कि वह यहां से अन्य साथी नक्सलियों के साथ लेकर निकल रहा है. फिर धीरे-धीरे नक्सलियों की ओर से फायरिंग रुक गयी. फायरिंग रुकने के बाद हवलदार ने देखा कि गोली लगने से अमित तिवारी और गौतम पासवान की मौत हो गयी है.
घटना में शामिल थे 23 नक्सली
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार घटना में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नक्सली मिसिर के अलावा पतिरम मांझी, कांडे होंहांगा, अश्विन, बुधराम, सुशांत, सालुका कायम, सागेन अंगरिया, अमित मुंडा, पिंटू लोहरा, अपटन, मोझू, सोहन, लालू, संदीप, रापा, सिंगरी, देवन, राजेश, अमन, पगला, पांडू और सुशील नामक नक्सली शामिल थे.