रांची : नीट-24 पेपर लीक मामले में अब तक कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें से 15 को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जबकि सीबीआई ने कुल 33 जगहों पर छापामारी कर 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी. साथ ही यह भी कहा है कि कुछ मीडिया अनुमान के आधार पर गलत खबरें प्रकाशित कर रहा है. इससे समाज में भ्रम की स्थिति पैदा होती है. यह समाज के लिए हानिकारक होता है. इसलिए सीबीआई ने अपने मुख्य सूचना पदाधिकारी द्वारा समय-समय पर साझा की जानेवाली सूचनाओं को ही प्रकाशित करने का अनुरोध किया है.
हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से हुआ पेपर लीक
सीबीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि बिहार में दर्ज प्राथमिकी संख्या 358/2024 के आलोक में जांच शुरू की गयी. जांच में पाया गया कि पांच मई 2024 की सुबह हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक हुआ. प्रश्नपत्र पंकज उर्फ आदित्य उर्फ साहिल ने लीक कराया. वह पेपर लीक करनेवाले गिरोह का एक महत्वपूर्ण सदस्य है. ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और हजारीबाग के अन्य लोगों की साजिश के बाद पेपर लीक हुआ.
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल ने मास्टर मांइड के लिए बनाया रास्ता
जांच में पाया गया कि पांच मई की सुबह स्कूल में प्रश्नपत्र पहुंचने के बाद उसे कंट्रोल रूम में रखा गया. स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने अनधिकृत रूप से पंकज को उस कमरे में जाने के लिए रास्ता बनाया. मास्टरमाइंड पंकज ने कमरे में पहुंच कर टूल के सहारे बक्से से प्रश्न पत्र निकाला. इसके बाद इस प्रश्नपत्र को हजारीबाग में बैठे सॉल्वर से सॉल्व कराया गया. हजारीबाग में सभी सॉल्वर को लाया गया था. पेपर सॉल्व करनेवाले सभी प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं. इनकी पहचान कर ली गयी है और अधिसंख्य को गिरफ्तार किया जा चुका है. पेपर लीक से जिन छात्रों को लाभ पहुंचा है, उनकी पहचान की जा रही है. उनके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
Also Read: EXCLUSIVE: झारखंड में 10 कंपनियां करेंगी 13 हजार करोड़ का निवेश, 20 हजार को रोजगार
Also Read: NEET Paper Leak कैसे हुआ था? CBI ने अबतक की जांच में सामने आयी बड़ी बातों का किया है खुलासा…