Jharkhand News, Ranchi News, रांची न्यूज (अमन तिवारी) : डीएसपी यूसी झा की मौत के 20 वर्षों बाद फैमिली पेंशन की अनुशंसा रांची पुलिस ने पुलिस मुख्यालय से की है. डीएसपी यूसी झा की मौत 31 दिसंबर 2000 को हुई थी. उस समय वह हटिया डीएसपी के पद पर पदस्थापित थे. आपको बता दें कि 27 दिसंबर 2000 को राजेंद्र चौक के पास पुलिस वाहन की चपेट में आने से एक बच्ची की मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद उपद्रवी आगजनी और हंगामा करने लगे थे. घटना की सूचना मिलने के बाद डीएसपी यूसी झा भी वहां विधि-व्यवस्था संभालने के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान भीड़ के हमले में डीएसपी घायल हो गये थे. डीएसपी के सिर में चोट लगी थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी.
घटना के बाद सरकार की ओर से उनकी पत्नी रंजना झा को सरकारी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी दी गयी थी. इसके अलावा अन्य आर्थिक लाभ भी दिया गया था, लेकिन फैमिली पेंशन चालू नहीं की गयी थी क्योंकि इस दौरान परिवार के सदस्यों को कुछ लोगों ने यह बता दिया था कि जब डीएसपी यूसी झा के रिटायरमेंट की तिथि होगी, तब फैमिली पेंशन चालू की जायेगी.
इस कारण परिवार के सदस्य भी इस मामले में पुलिस अधिकारी से बात नहीं कर सके क्योंकि यूसी झा की सेवानिवृत्ति नियमत: वर्ष 2019 में होती, लेकिन इसके बाद भी विभाग के स्तर से फैमिली पेंशन चालू नहीं की गयी. इसके बाद पत्नी रंजना सहित परिवार के अन्य सदस्य फैमिली पेंशन चालू कराने के लिए पुलिस अधिकारियों के पास गये. इसी बीच मामले की जानकारी रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और ग्रामीण एसपी नौशाद आलम को हुई. ग्रामीण एसपी की पहल से फैमिली पेंशन शुरू हुई.
रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने पर मैंने इसे गंभीरता से लिया. पेंशन को लेकर विभाग की ओर से कभी पहल नहीं की गयी थी. इसलिए पेंशन नहीं मिल रही थी, जबकि पेंशन तत्काल लागू हो जानी चाहिए थी. पेंशन की राशि लागू करवाने के लिए यूसी झा के परिवार के सदस्य कुछ दिन पहले मुझसे मिले थे. इसके बाद मैंने आवश्यक दस्तावेज के साथ पेंशन की राशि देने के लिए पुलिस मुख्यालय से अनुशंसा की है.
Posted By : Guru Swarup Mishra