Prabhat Khabar Impact : बर्लिन स्कूल के 50 छात्रों को प्री-बोर्ड देने की मिली अनुमति, फीस नहीं चुका पाने के कारण परीक्षा देने से कर दिया गया था वंचित

शुक्रवार की सुबह अभिभावक व पैरेंट‍्स एसोसिएशन के सदस्य स्कूल पहुंचे. एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने स्कूल प्रबंधन से कहा कि फीस जमा नहीं कर पाने के कारण किसी बच्चे को परीक्षा देने या क्लास से वंचित नहीं किया जा सकता. कोरोना काल में बहुत सारे अभिभावक बेरोजगारी का दंश झेलने को विवश हैं. इन परिस्थितियों में बच्चों को परीक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता.

By Prabhat Khabar News Desk | February 27, 2021 10:22 AM

Jharkhand News, Ranchi News, Pre-board examination 2021 रांची : बर्लिन पब्लिक स्कूल, कांके रोड के जिन 50 विद्यार्थियों को ट्यूशन फीस जमा नहीं करने के कारण प्री-बोर्ड परीक्षा देने से वंचित कर दिया था, वे सभी अब परीक्षा दे सकेंगे. प्रभात खबर में शुक्रवार को ‘फीस नहीं देने पर 50 छात्रों को गणित की परीक्षा देने से रोका’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया. इसके बाद छात्रों के अभिभावक और झारखंड पैरेंट‍्स एसोसिएशन के सदस्य स्कूल पहुंचे. वहां प्राचार्य से वार्ता की. इसके बाद प्री-बोर्ड देने से वंचित किये गये सभी छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गयी. साथ ही प्राचार्य ने कहा कि जिन छात्रों की परीक्षा छूट गयी है, उनकी परीक्षा बाद में ली जायेगी.

बच्चों को परीक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता :

शुक्रवार की सुबह अभिभावक व पैरेंट‍्स एसोसिएशन के सदस्य स्कूल पहुंचे. एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने स्कूल प्रबंधन से कहा कि फीस जमा नहीं कर पाने के कारण किसी बच्चे को परीक्षा देने या क्लास से वंचित नहीं किया जा सकता. कोरोना काल में बहुत सारे अभिभावक बेरोजगारी का दंश झेलने को विवश हैं. इन परिस्थितियों में बच्चों को परीक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता.

श्री राय ने एनसीपीसीआर और राज्य सरकार के आदेश के संबंध में भी चर्चा की और कहा कि आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि किसी भी बच्चे को फीस के अभाव में क्लास या परीक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता.

इस दौरान प्राचार्य सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जिन अभिभावकों ने पूर्व में आर्थिक परेशानी की बात कही थी, उनके बच्चों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जा रही है.

प्रबंधन ने अभिभावकों को भेजा पत्र :

वार्ता के बाद स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को पत्र भेज कर कहा कि जिन विद्यार्थियों का शुल्क बाकी है, वे प्राचार्य से मिलें. अभिभावक अपनी सुविधानुसार शुल्क जमा करने की तिथि और कारण बताते हुए एक आवेदन स्कूल में जमा कर दें. सभी छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जायेगी.

Posted By : Sameer Oraon

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