झारखंड में 2 लाख लोगों को साक्षर बनाने का अभियान होगा शुरू, ऐसा दिया जाएगा योजना को अंजाम
अभियान शुरू करने को लेकर सरकार ने राशि आवंटित कर दी है. कुल 1.88 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र भी भेजा गया है. निदेशालय द्वारा जिलों को भेजे पत्र में कहा गया है कि अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षर लोगों को साक्षर बनाया जायेगा. अभियान को लेकर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकार, प्रखंड साक्षरता मिशन प्राधिकार व शहरी साक्षरता मिशन समिति के गठन की प्रक्रिया जल्द पूरी करने को कहा गया है. मालूम हो कि वर्तमान में राज्य में 40 लाख लोग निरक्षर हैं.
Jharkhand News, Ranchi News, literacy campaign in jharkhand रांची : राज्य के दो लाख निरक्षर लोगों को इस वर्ष साक्षर बनाया जायेगा. इसके लिए पढ़ना-लिखना अभियान 31 मार्च से पहले शुरू किया जायेगा. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. अभियान को शुरू करने को लेकर शुक्रवार को जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग होगी. इसके बाद अभियान शुरू करने की तिथि घोषित की जायेगी.
अभियान शुरू करने को लेकर सरकार ने राशि आवंटित कर दी है. कुल 1.88 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र भी भेजा गया है. निदेशालय द्वारा जिलों को भेजे पत्र में कहा गया है कि अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षर लोगों को साक्षर बनाया जायेगा. अभियान को लेकर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकार, प्रखंड साक्षरता मिशन प्राधिकार व शहरी साक्षरता मिशन समिति के गठन की प्रक्रिया जल्द पूरी करने को कहा गया है. मालूम हो कि वर्तमान में राज्य में 40 लाख लोग निरक्षर हैं.
स्वयंसेवक बनायेंगे साक्षर :
लोगों को साक्षर बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्था के साथ-साथ एनसीसी, एनएसएस, सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी व कर्मी और शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों का भी सहयोग लिया जायेगा. 10 से 12 लोगों का ग्रुप बनाया जायेगा. एक ग्रुप को साक्षर बनाने की जिम्मेदारी एक स्वयंसेवक को दी जायेगी. स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. योजना के तहत निरक्षर लोगों को साक्षर बनानेवाले स्वयंसेवकों को भी प्रमाणपत्र दिया जायेगा.
दो साल से बंद है साक्षरता कार्यक्रम : वर्ष 2018 से साक्षरता कार्यक्रम दो वर्ष से बंद है. पढ़ना-लिखना अभियान वर्ष 2020-21 के लिये स्वीकृत है. वर्ष 2021-22 से केंद्र सरकार ने निरक्षर लाेगों को साक्षर बनाने के लिए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम चलाने की घोषणा की है. दोनों कार्यक्रम केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त तत्वावधान में चलाया जायेगा. इसके लिए 60 फीसदी राशि केंद्र और 40 फीसदी राशि राज्य सरकार देगी.
फैक्ट
40 लाख वर्तमान में राज्य में लोग निरक्षर हैं
1.88 करोड़ रुपये आवंटित किये गये अभियान के लिए
अभियान शुरू करने के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग आज
अभियान में 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षर लोगों को बनाया जायेगा साक्षर
Posted By : Sameer Oraon