Jharkhand News : चाईबासा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य उपकरण खरीद में गड़बड़ी का मामले में कार्रवाई, इतने लाख रूपये की हुई कटौती

दरअसल, 29 सितंबर, 2020 को सदर अस्पताल प्रबंधन ने जिला यक्ष्मा पदाधिकारी (डीटीओ) डॉ भारती गोरथी मिंज के आइडी से गवर्नमेंट इ-मार्केटप्लेस (जेम) से दवा-रसायन व डायग्नोसिस किट आदि की खरीदारी की थी. उक्त सामग्री ओपेन टेंडर के तहत निर्धारित एल-वन पार्टी से क्रय करने पर मात्र 9 लाख 32 हजार 650 रुपये में उपलब्ध थी. इस मामले को 13 जनवरी, 2021 के अंक में ‘प्रभात खबर’ ने प्रमुखता से उठाया.

By Prabhat Khabar News Desk | March 2, 2021 11:15 AM

कोरोना काल में चाईबासा सदर अस्पताल प्रबंधन ने बाजार व टेंडर मूल्य से करीब ढाई गुना अधिक कीमत पर स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद की थी. यह मामला ‘प्रभात खबर’ ने प्रमुखता से उठाया था. दरअसल 9 लाख 32 हजार 650 रुपये की सामग्री 22 लाख 61 हजार 405 रुपये में खरीदी गयी थी. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सप्लायर के बैंक खाते में 9 लाख 32 हजार 650 रुपये का भुगतान किया है. 13 लाख 28 हजार की कटौती की है.

दरअसल, 29 सितंबर, 2020 को सदर अस्पताल प्रबंधन ने जिला यक्ष्मा पदाधिकारी (डीटीओ) डॉ भारती गोरथी मिंज के आइडी से गवर्नमेंट इ-मार्केटप्लेस (जेम) से दवा-रसायन व डायग्नोसिस किट आदि की खरीदारी की थी. उक्त सामग्री ओपेन टेंडर के तहत निर्धारित एल-वन पार्टी से क्रय करने पर मात्र 9 लाख 32 हजार 650 रुपये में उपलब्ध थी. इस मामले को 13 जनवरी, 2021 के अंक में ‘प्रभात खबर’ ने प्रमुखता से उठाया.

जमशेदपुर के तीन सप्लायरों ने अस्पताल प्रबंधन को 22 लाख 61 हजार 405 रुपये का बिल सौंपा था. अब प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओम प्रकाश गुप्ता ने 13 लाख 28 हजार 755 रुपये की कटौती की है. उन्होंने जांच का निर्देश दिया था. इसपर डैम ने जांच की थी. सूत्रों के अनुसार स्पेसिफिकेशन जांच में कई खामियां मिलीं. इसके बाद सप्लायरों को भुगतान को लेकर आपत्ति जताते हुए डैम ने सीएस को अंतिम निर्णय लेने को कहा था.

बाजार मूल्य से दोगुनी कीमत पर खरीदे आइसीयू बेड :

सदर अस्पताल के लिए प्रति आइसीयू बेड की खरीदारी जेम से 69 हजार 800 रुपये में की गयी. बाजार में उस क्वालिटी के आइसीयू बेड की कीमत अधिक से अधिक 33 से 35 हजार है. वहीं, 7 रुपये में उपलब्ध एचबीएस-एजी रैपिड कार्ड (10 हजार पीस) जेम से 31 रुपये 47 पैसे की दर से खरीदे गये. एक रुपये 53 पैसे में मिलने वाले यूरिन स्ट्रिप की खरीद (5 हजार पीस) 20 रुपये की दर से की गयी. 18 रुपये 10 पैसे में उपलब्ध एचआइवी रैपिड कार्ड की खरीद (10 हजार पीस) 47 रुपये की दर से की गयी.

100 रुपये की मशीन 800 में खरीदी

क्रय समिति ने ग्लूकोमीटर और स्ट्रिप की खरीदारी के लिए चाईबासा के एमएस वेदिया केयर फर्म का चयन एल-वन के रूप में किया था. इसके तहत एसडी सेंसर ग्लूकोमीटर 100 रुपये व स्ट्रिप 5 रुपये 25 पैसे की दर से सप्लाइ होनी थी. जबकि प्रबंधन ने जमशेदपुर के साकची स्थित अविश लॉजिस्टिक एंड ट्रेडिंग नामक फर्म से 100 पीस ग्लूकोमीटर 800 रुपये की दर से खरीदे. वहीं, 5 रुपये 25 पैसे की स्ट्रिप 17 रुपये 23 पैसे की दर से 1000 पीस खरीदे.

22 जून को क्रय समिति ने किया था टेंडर

22 जून, 2020 को सदर अस्पताल की 10 सदस्यीय क्रय समिति ने ओपन टेंडर से 405 सामग्रियों की खरीद के लिए एल-वन पार्टी का चयन किया. सिविल सर्जन कार्यालय से 16 सितंबर को एक ज्ञापन संख्या 320 (डीपीएमयू) निकाल उक्त निविदा की अवहेलना करते हुए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के लिए भारी संख्या में डायग्नोसिस किट व स्वास्थ्य उपकरण आदि की खरीदारी जेम से करने के लिए स्वीकृति दे दी.

तुलनात्मक चार्ट बना डैम ने भुगतान पर आपत्ति की थी

जिला लेखा प्रबंधक (डैम) सुजीत कुमार चौधरी ने क्रय की गयी सामग्री व ओपन टेंडर में निर्धारित एल-वन पार्टी की कीमत का तुलनात्मक चार्ट बनाया. डैम ने सिविल सर्जन को भुगतान पर निर्णय लेने को सीएस का मंतव्य मांगा. वहीं सीएस ने तत्कालीन नोडल प्रभारी एजाज अनवर को फाइल बढ़ाते हुए उनका मंतव्य मांगा. इसपर नोडल प्रभारी ने सीएस को निर्णय लेने के लिए सक्षम पदाधिकारी बताते हुए फाइल को वापस लौटा दिया था.

Posted By : Sameer Oraon

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