Jharkhand News : बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी बनीं वरदान, रोजगार भी मिला, जानें किस तरह ये योजना लोगों के लिए रहा फायदेमंद

विभिन्न बैंकों के साथ साझेदारी में राज्य सरकार द्वारा सखी मंडल की बहनों को चयनित कर प्रशिक्षित किया जा रहा है, फिर जहां बैंकों की पहुंच नहीं है, वहां लोगों के घरों तक बैंकिंग कॉरेस्पॉंडेंट सखी के माध्यम से बैंक की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. इनके माध्यम से गरीब, दिव्यांग एवं असहायों को सरकारी सेवाओं का लाभ (जैसे वृद्धा पेंशन, छात्रवृत्ति, मनरेगा मजदूरी सहित अन्य बीमा योजना) लेना ग्रामीणों के लिए आसान हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 26, 2021 11:49 AM

Jharkhand News, Ranchi News, banking correspondent sakhi yojana रांची : ग्रामीण विकास विभाग के झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) सुदूर ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी के माध्यम से बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.

विभिन्न बैंकों के साथ साझेदारी में राज्य सरकार द्वारा सखी मंडल की बहनों को चयनित कर प्रशिक्षित किया जा रहा है, फिर जहां बैंकों की पहुंच नहीं है, वहां लोगों के घरों तक बैंकिंग कॉरेस्पॉंडेंट सखी के माध्यम से बैंक की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. इनके माध्यम से गरीब, दिव्यांग एवं असहायों को सरकारी सेवाओं का लाभ (जैसे वृद्धा पेंशन, छात्रवृत्ति, मनरेगा मजदूरी सहित अन्य बीमा योजना) लेना ग्रामीणों के लिए आसान हुआ है.

गांवों में लोगों को अब घर बैठे मिल रही है पेंशन

रनियां (खूंटी) के जयपुर गांव की दिव्यांग प्रफुलित कंडुलना कहती हैं कि इस सुविधा से अब घर बैठे ही हर महीने सरकार से मिलनेवाली पेंशन का लाभ उठा रही हैं. पहले भाड़ा खर्च करके बैंक जाते थे और चक्कर भी लगाना पड़ता था. सखी गायत्री पेंशन की राशि उपलब्ध कराती हैं. उनकी तरह करीब 3300 सखी मंडल की बहनें गांवों में डोर स्टेप बैंकिंग सुविधाएं दे रही हैं.

रोजगार भी मिला :

सरकार की यह मुहिम रंग ला रही है. सुदूर ग्रामीणों को तो लाभ मिल ही रहा है. सखी मंडल की बहनों को बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी के रुप में नया रोजगार मिला है. इससे उन्हें छह से 12 हजार रुपये तक की मासिक आमदनी हो रही है.

Posted By : Sameer oraon

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