धनबाद के अभियंताओं के बीच घमासान, एक दूसरे पर लगा रहे आरोप, मंत्री के नाम पर मांग रहे पैसे, जानें पूरा मामला
धनबाद के अभियंताओं के बीच मचा घमासान, कार्यपालक अभियंता ने कहा मंत्री के नाम पर पैसे मांग रहे कार्यपालक अभियंता. साजिश रच रहे सहायक अभियंता, जांच को तैयार
धनबाद : ग्रामीण विकास विभाग के विशेष प्रमंडल के अभियंताओं के बीच घमासान मचा हुआ है. विभाग के सहायक और कुछ कनीय अभियंताओं ने कार्यपालक अभियंता आरपी सिंह पर मंत्री के नाम पर भयादोहन व प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए विभागीय सचिव से कार्रवाई की मांग की है. इधर कार्यपालक अभियंता ने सहायक अभियंता पर काम नहीं करने तथा ट्रांसफर कराने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है. उनका कहना है : मेरे धनबाद आये, तो 40 दिन ही हुए हैं. मैं कैसे किसी को प्रताड़ित कर सकता हूं.
क्या है मामला :
ग्रामीण विकास विभाग, विशेष प्रमंडल के सहायक अभियंता विमल किशोर सिंह के अलावा रमाकांत अकेला, सतीश कुमार, सुरेंद्र महतो, बबलू दास (सभी कनीय अभियंता) ने ग्रामीण विकास विभाग (ग्रामीण कार्य) के सचिव को संयुक्त रूप से पत्र लिख कर अपने नियंत्री पदाधिकारी सह कार्यपालक अभियंता आरपी सिंह पर कई आरोप लगाये हैं.
पत्र में लिखा है कि श्री सिंह सभी अधीनस्थ अभियंताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं. आये दिन विभागीय मंत्री के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं. कार्यपालक अभियंता के खिलाफ धनबाद थाना में एक संवेदक द्वारा पैसे मांगने की शिकायत की गयी है. कार्यपालक अभियंता वरीय पदाधिकारियों से मारपीट भी करते हैं. पत्र में लिखा गया है कि इन कारणों से ही आरपी सिंह को जल संसाधन विभाग ने प्रोन्नति नहीं दी. विशेष प्रमंडल में प्रभारी कार्यपालक अभियंता बनते ही वह मनमानी कर रहे हैं. अभियंताओं ने कहा है कि विभाग सभी सहायक और कनीय अभियंताओं का सामूहिक स्थानांतरण कर दे, ताकि प्रताड़ना और भयादोहन से बचा सके
सारे आरोप बेबुनियाद, जांच हो : आरपी सिंह
कायर्पालक अभियंता आरपी सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ पत्र लिख कर लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद हैं. सहायक अभियंता विमल किशोर सिंह पर साजिश रचने तथा कनीय अभियंताओं को गुमराह कर पत्र में हस्ताक्षर कराने की भी बात उन्हाेंने कही. श्री सिंह ने कहा कि विभागीय मंत्री के नाम पर या किसी दूसरे काम के लिए भी अगर किसी अभियंता ने राशि दी है, तो सौगंध खा कर कहें. धनबाद आये हुए अभी 40 दिन ही हुए हैं.
ऐसे में कैसे किसी को प्रताड़ित किया जा सकता है. हर तरह की जांच को तैयार हैं. इस मामले में सहायक अभियंता विमल किशोर सिंह के मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल लगातार बंद था.
Posted by : Sameer Oraon