रांची :सावन की दूसरी सोमवारी के अवसर पर पहाड़ी मंदिर में सोमवार को प्रात: तीन बजे से सरकारी पूजा अर्चना शुरु हुई.पंडित कबीर दास व पिंटू ने पूजा शुरु कराया. पूजा में शामिल होने के लिये एसडीअो दीपक दूबे सहित मंदिर कमेटी के सदस्य शामिल थे.भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया गया.इसके बाद उन्हें बेलपत्र सहित अन्य फूल आदि अर्पित किया गया.इसके बाद उनकी आरती उतारी गयी अौर विभिन्न फल व मिठाई आदि अर्पित कर सबकी मंगलकामना के लिये प्रार्थनाा किया.
बाबा के जयघोष के साथ शुरु हुआ जलाभिषेक: बाबा के जयघोष के साथ भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया.भक्तों की भीड़ को देखते हुये अरघा लगाया गया था.इसी अरघे के माध्यम से भक्त बाबा को जलाभिषेक कर रहे थे.यहां महिला व पुरुष भक्तों को बारी-बारी से जलाभिषेक करने का मौका दिया जा रहा था.प्रात: नौ बजे के बाद से भीड़ धीरे-धीरे कम होती चली गयी.देर शाम तक 10 हजार से अधिक भक्त जलाभिषेक करने के लिये पहुंचे थे.ये भक्त रांची के अलावा ग्रामीण क्षेत्र व अन्य जिलों से आये थे.
पूजन सामाग्री के लिये सजी थी दुकानें: यहां गाड़ीखाना चौक से लेकर मुख्य मंदिर,कमलाकांत रोड से लेकर मुख्य प्रवेश द्वार व सती मंदिर रोड से मंदिर तक सजा था.जहां पूजन सामाग्री के अलावा गोलगप्पा ,मिठाई सहित अन्य खाद्य सामाग्री के अलावा खिलौने की दुकानें सजी थी. वहीं फोटोग्राफर भी भक्तों से फोटो खिंचवाने के लिये आग्रह कर रहे थे अौर तुरंत उनका फोटो निकालकर दे रहे थे.
पुलिस बल व स्वयंसेवी संस्था के लोग थे तैनात: मंदिर परिसर से लेकर मुख्य मंदिर तक पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था थी.वहीं मजिस्ट्रेट पूरी भीड़ पर निगरानी कर रहे थे. वहीं स्वयंसेवक भक््तों को पूजा करने में मदद कर रहे थे अौर उनसे जल्दी-जल्दी पूजा करने के लिये कह रहे थे. सुबह में भीड़ अधिक रहने के कारण कई भक्तों ने विश्वनाथ मंदिर में ही जलाभिषेक किया.यहां भी बड़ा सा अरघा लगाया गया है.भक्त उसी अरघा में जल व पूजन सामाग्री डाल रहे थे.काली मंदिर में भी पूजा अर्चना के लिये भीड़ रही. इसकके अलावा मंदिर के बाहरी हिस्से में स्थित अन्य मंदिरों में भी यह भीड़ देखने को मिली.