Jharkhand News : इडी ने मेकन के सीनियर मैनेजर समेत तीन पर दर्ज की प्राथमिकी, इतने करोड़ रुपये मनी लाउंड्रिंग का है आरोप

प्राथमिकी में कहा गया है कि दुर्गापुर और बोकारो स्टील प्लांट में जरूरत के मुकाबले उपकरणों की आपूर्ति आदि के लिए मेकन को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | March 20, 2021 7:23 AM

Jharkhand News, Ranchi News, money laundering case रांची : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने 1.42 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग के आरोप में मेकन के सीनियर मैनेजर उपेंद्र नाथ मंडल, रांची के अपर बाजार के व्यवसायी अजय जालान और चेन्नई के हितेश वी शाह को अभियुक्त बनाया है. मंडल पर गलत तरीके से जालान और शाह को क्रमश: दुर्गापुर और बोकारो स्टील प्लांट में काम दिलाने का आरोप है. मंडल पर इस मदद के बदले 1.42 करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप है. घूस की यह रकम मंडल ने स्वयं, पत्नी, बेटा, सास-ससुर के बैंक खातों में लिये.

दुर्गापुर मामले में 48.55 लाख रिश्वत ली :

प्राथमिकी में कहा गया है कि दुर्गापुर और बोकारो स्टील प्लांट में जरूरत के मुकाबले उपकरणों की आपूर्ति आदि के लिए मेकन को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया था.

मेकन ने यह जिम्मेदारी अपने सीनियर मैनेजर (मैटालर्जिकल विंग) उपेंद्र नाथ मंडल को सौंपी. मंडल की जिम्मेदारी दोनों स्टील प्लांट से जुड़े काम के लिए डिजाइन बनाना, टेंडर का मूल्यांकन करना और अनुशंसा करना था. प्राथमिकी में कहा गया कि दुर्गापुर स्टील प्लांट के काम के दौरान मंडल ने मेसर्स जिल इंडिया के अजय जालान से मिलकर साजिश की. टेंडर प्रक्रिया में उसकी मदद की. टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं करने के बाद भी उसके पक्ष में अनुशंसा की. इसके बदल मंडल ने अपने और अपने रिश्तेदारों को बैंक खाते में 48.55 लाख रुपये घूस लिये.

बोकारो स्टील प्लांट केस में 94.39 लाख रिश्वत ली :

इसी तरह बोकारो स्टील प्लांट मामले में चेन्नई के हितेश वी शाह के साथ साजिश रच कर टेंडर प्रक्रिया में उसकी मदद की. मंडल की अनुशंसा के आलोक में शाह की कंपनी शिव मशीन टूल्स को बोकारो स्टील प्लांट का काम मिला. इसके बदले मंडल ने शाह से अपने और अपने रिश्तेदारों के बैंक खातों में 94.39 लाख रुपये लिये.

धनबाद स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माइंस द्वारा इन दोनों कंपनियों द्वारा किये गये कार्यों के निरीक्षण के दौरान इसकी जानकारी मिली कि इन दोनों कंपनियों को मशीन व उपकरणों आदि की आपूर्ति और किये गये काम के बदले बहुत ज्यादा भुगतान किया गया है. इसके बाद इस मामले की प्रारंभिक जांच के बाद सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की. सीबीआइ ने इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप पत्र दायर कर दिया है.

अभियुक्तों का ब्योरा :

उपेंद्र नाथ मंडल, सीनियर मैनेजर मेकन, कोलकाता, अजय जालान, एरोमा पैलेस, फिरायालाल के पीछे, हितेश वी शाह, स्वप्न लोक अपार्टमेंट, चेन्नई-7

  • 1.42 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग का मामला

  • दुर्गापुर व बोकारो स्टील प्लांट में घूस लेकर काम दिलाने का है आरोप

Posted By : Sameer Oraon

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