नक्सलियों से मुठभेड़ में झारखंड का बेटा शहीद, आज रांची आयेगा पार्थिव शरीर, शहादत पर पिता ने कही ये बात
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर में शनिवार की सुबह साढ़े नौ बजे नक्सलियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट व झारखंड का बेटा शांतिभूषण तिर्की (43 वर्ष) शहीद हो गये. अर्धसैनिक बल से सेवानिवृत्त पिता स्टीफन तिर्की, भाई अमर तिर्की, बहन रतना तिर्की को भाई की शहादत पर गर्व है.
रायपुर/रांची: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर में शनिवार की सुबह साढ़े नौ बजे नक्सलियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट व झारखंड का बेटा शांतिभूषण तिर्की (43 वर्ष) शहीद हो गये. वहीं अप्पा राव नामक जवान घायल हो गया. श्री तिर्की सिमडेगा के केसारी गोबरी टोली के रहनेवाले थे. रांची के डिबडीह नया टोली स्थित घर में परिवार के सभी सदस्य रहते हैं. अर्धसैनिक बल से सेवानिवृत्त पिता स्टीफन तिर्की, भाई अमर तिर्की, बहन रतना तिर्की को भाई की शहादत पर गर्व है.
घटना के संबंध में बस्तर के आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि जिले के बसागुड़ा पुलिस थाना अंतर्गत पुटकेल गांव में डोंगल चिंता नामक नदी के पास सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन का गश्ती दल सड़क सुरक्षा ड्यूटी पर था. इसी दौरान माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की. इसी क्रम में सहायक कमांडेंट एसबी तिर्की शहीद हो गये, जबकि अप्पा राव नामक जवान घायल हो गया. घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी भेजे गये हैं. स्थिति नियंत्रण में है. यह जगह राजधानी रायपुर से करीब 440 किलोमीटर दूर स्थित है.
पत्नी को दिन में 11 बजे मिली जानकारी : शनिवार की सुबह 11 बजे एसबी तिर्की की पत्नी पुष्पा तिर्की के मोबाइल पर विभाग से एसएमएस आया, जिसमें घटना की संक्षिप्त जानकारी थी. उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी परिजनों को दी. बाद में सीआरपीएफ के स्थानीय अधिकारी भी रांची स्थित उनके घर पहुंचे और परिजनों को मुठभेड़ में शशिभूषण तिर्की के शहीद होने की जानकारी दी. पति के शहीद होने की खबर सुन पत्नी की आंखों से आंसू बहने लगे. 11 वर्षीय पुत्र अनिकेत तिर्की और सवा दो साल की बेटी अनिशा तिर्की को पिता के शहीद होने की जानकारी नहीं दी गयी. पुत्र अनिकेत संत जेवियर स्कूल के पांचवीं कक्षा का छात्र है.
जनवरी में लौटे थे छत्तीसगढ़ : एसबी तिर्की दिसंबर 2021 में 26 दिनों की छुट्टी पर रांची आये थे. परिवार के साथ छुट्टी बिताने के बाद वे जनवरी 2022 में वापस ड्यूटी पर छत्तीसगढ़ लौट गये थे. सीआरपीएफ में थे सहायक कमांडेंट .रांची के डिबडीह में रहता है परिवार
पिता बोले : देश के लिए शहीद हुआ बेटा: एसबी तिर्की के वृद्ध पिता स्टीफन तिर्की बाेले कि देश की रक्षा के लिए बेटा शहीद हुए हैं. मुझे इस बात का गर्व है. मैं भी अर्धसैनिक बल से सेवानिवृत्त हूं.
जवान की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी- बघेल: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सहायक कमांडेंट शांतिभूषण तिर्की की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी. उन्होंने शहीद शांतिभूषण तिर्की के शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.
सीएम हेमंत सोरेन ने जताया दुख: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजापुर में हुए मुठभेड़ में झारखंड के सहायक कमांडेंट एसबी तिर्की के शहीद होने पर दुख प्रकट किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे.
आज आयेगा पार्थिव शरीर: शहीद एसबी तिर्की का पार्थिव शरीर रविवार की सुबह रांची एयरपाेर्ट पर लाया जायेगा. वहां से पूरे सम्मान के साथ पार्थिव शरीर को सीआरपीएफ के रांची के तिरिल स्थित मुख्यालय ले जाया जायेगा. वहां सलामी के बाद फिर पार्थिव शरीर को रांची के डिबडीह स्थित घर लाया जायेगा.
Posted by: Pritish Sahay