चारा घोटाला मामला : फर्जी ऑर्डर लेटर बनाकर पटना में कराया जाता था साइन, फिर होती थी दवा की सप्लाई, डोरंडा मामले में अब 19 को होगी सुनवाई
दवा, चारा, उपकरण की आपूर्ति का फर्जी आदेश लेटर बनाया जाता था और उस पर पटना ले जाकर साइन करा लिया जाता था़ उसके आधार पर आपूर्तिकर्ता फर्जी आवंटन के आधार पर फर्जी सप्लाई का अादेश लेकर बिल जमा कर देते थे़
Jharkhand News, Ranchi News, fodder scam case latest update रांची : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से जुड़े चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले (आरसी-47 ए/96) में मंगलवार को सुनवाई हुई़ अगली सुनवाई 19 मार्च को होगी़. मंगलवार को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में सीबीआइ के अधिवक्ता बीएमपी सिंह ने अभियोजन की ओर से पक्ष रखा़. उन्होंने अदालत को बताया कि पशुपालन अधिकारी एसबी सिन्हा, केएम प्रसाद, जुनुल भेंगराज व केएन झा द्वारा पशुपालन डॉक्टरों पर फर्जी बिल पर साइन कराने का दबाव बनाया जाता था़.
दवा, चारा, उपकरण की आपूर्ति का फर्जी आदेश लेटर बनाया जाता था और उस पर पटना ले जाकर साइन करा लिया जाता था़ उसके आधार पर आपूर्तिकर्ता फर्जी आवंटन के आधार पर फर्जी सप्लाई का अादेश लेकर बिल जमा कर देते थे़
डोरंडा कोषागार की मिलीभगत से होता था बिल पास :
डोरंडा कोषागार की मिलीभगत से अनियमितता के बाद भी बिल पास कर दिया जाता था और फर्जी निकासी हो जाती थी़ कई बार तो भंडारण की क्षमता से अधिक माल की आपूर्ति का फर्जी आदेश कर दिया जाता था. सुनवाई के दौरान इस मामले के गवाहों द्वारा जिन दस्तावेजों और प्रदर्श की पहचान कोर्ट में गयी है, उनका भी सत्यापन किया गया़ बीएमपी सिंह ने कहा कि यदि मामले में हर दिन सुनवाई होती, तो शीघ्र निष्कर्ष आ जाता़ अभी सप्ताह मे दो दिन सुनवाई हो रही है़, जिस कारण इस मामले में फैसला आने में समय लगेगा़
लालू प्रसाद से जुड़े सबसे बड़े मामले में हुई सुनवाई
सुनवाई के दौरान अभियोजन की ओर से रखा गया पक्ष, अगली सुनवाई 19 को
Posted By : Sameer Oraon