Jharkhand News, Ranchi News, Fmri machine In Ranchi रांची : एफएमआरआइ (फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) मशीन देश में पहली बार कांके के केंद्रीय मन: चिकित्सा संस्थान (सीआइपी) में लगायी गयी है. यह मशीन बतायेगी कि आपका ब्रेन (मस्तिष्क) कैसा काम (फंक्शन) कर रहा है.
आपके ब्रेन में खून का प्रवाह कैसा हो रहा है. सुनने के कारण आपके ब्रेन में क्या हो रहा है और सोचने की स्थिति क्या है. फिलिप्स कंपनी की इस मशीन की कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये है. सीआइपी में इसे हॉलैंड से मंगाया गया है. सीआइपी देश का पहला मानसिक अस्पताल है, जहां यह मशीन लगायी गयी है.
इस मशीन से किसी व्यक्ति के ब्रेन की जांच कराने का क्या शुल्क होगा, यह अभी केंद्र सरकार की ओर से तय नहीं किया गया है. इसलिए वर्तमान में इसका क्लिनिकल उपयोग नहीं हो पा रहा है. अभी सिर्फ शोध कार्य में इस मशीन का उपयोग हो रहा है.
मशीन संचालन के लिए चिकित्सकों और तकनीशियनों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसके बाद शीघ्र ही इसका क्लिनिकल उपयोग शुरू किया जायेगा.
निदेशक डॉ वासुदेव दास ने कहा कि अब तक एमआरआइ से ब्रेन स्ट्रक्चर का ही पता चल पाता था, लेकिन एफएमआरआइ से ब्रेन के हर पार्ट के फंक्शन का पता चल रहा है. आम एमआरआइ मशीन फ्रीक्वेंसी 1.5 टेस्ला है, जबकि एफएमआरआइ इससे दोगुना फ्रीक्वेंसी यानी 3.0 टेस्ला की है.
एफएमआरआइ रक्त प्रवाह के कारण होनेवाले परिवर्तनों का पता लगाने के लिए मस्तिष्क की गतिविधियों को मापता है. डॉ दास ने बताया कि किसी व्यक्ति का ब्रेन एक ट्रांसफॉर्मर के रूप में काम करता है, जहां आपके बोलने, सोचने, सुनने, काम करने, चलने आदि के लिए इशारा किया जाता है.
यह मशीन इस इशारे की भविष्य की स्थिति का भी आकलन कर लेगी. ब्रेन स्ट्रोक होने पर ब्रेन में खून के प्रवाह की बारीकी से मशीन जांच कर लेगी कि स्ट्रोक पड़ने से पूर्व किस पार्ट पर जोर पड़ा था या फिर खून का प्रवाह क्या होना चाहिए और क्या रहा. देश में पहली बार सीआइपी में लगायी गयी एफएमआरआइ मशीन तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By : Sameer Oraon