Jharkhand News: जमीन हेरा-फेरी करने में 2 अधिकारियों ने की कमलेश कुमार की मदद, जानें कैसे किया करोड़ों का अवैध लेनदेन
Jharkhand News: ईडी ने गिरफ्तार जमीन माफिया कमलेश कुमार समेत छह लोगों पर आरोप पत्र दाखिल किया है. इसमें कहा गया है कि कांके के पूर्व सीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी और वर्तमान सीओ जयकुमार राम ने पूरी मदद की थी.
Jharkhand News, रांची : फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन की हेरा-फेरी मामले में गिरफ्तार कमलेश कुमार ने मदद करने वाले अंचल अधिकारियों को मोटी रकम घूस के रूप में दी थी. कमलेश ने अरविंद कुमार साहू के नाम पर बैंक एकाउंट खोल कर करोड़ों रुपये का अवैध लेन-देन किया. पीएमएलए कोर्ट के विशेष जज योगेश कुमार की अदालत में ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र में इन तथ्यों का उल्लेख किया गया है. जमीन की हेरा-फेरी के मामले में ईडी ने कमलेश समेत कुल छह लोगों पर आरोप पत्र दाखिल किया है. आरोपियों में कांके के पूर्व सीओ दिवाकर द्विवेदी (वर्तमान में धनबाद के डीटीओ), वर्तमान सीओ जयकुमार राम, कमलेश का सहयोगी अमरेंद्र कुमार दुबे, अरविंद कुमार साहू और रेखा देवी शामिल हैं. आरोप पत्र में कहा गया है कि जमीन की हेरा-फेरी में कांके के पूर्व सीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी और वर्तमान सीओ जयकुमार राम ने पूरी मदद की.
जमीन की अवैध खरीद-बिक्री के लिए की कागजातों में गड़बड़ी
कमलेश कुमार ने फर्जी नीलाम पत्रों के आधार पर कांके अंचल के मौजा चामा में 43 एकड़ से अधिक जमीन की अवैध खरीद-बिक्री के लिए कागजातों में गड़बड़ी की. झारभूमि में भी गलत तरीके से इंट्री कर कमलेश का साथ दिया. इसके एवज में कमलेश ने अंचल अधिकारियों को बड़ी राशि का भुगतान किया.
कमलेश ने कांके के पूर्व सीओ को किया करोड़ों रुपये का भुगतान
ईडी ने अदालत को बताया है कि कांके के पूर्व सीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी को कलमेश ने किस्तों में 3.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया. रांची के पूर्व सब रजिस्ट्रार राहुल चौबे के आवास पर कमलेश ने द्विवेदी को 20 लाख रुपये की पहली किस्त नकद दी थी. 60 लाख नकद रुपये की दूसरी किस्त भी चौबे के हरिहर सिंह रोड स्थित फ्लैट के पास ही द्विवेदी को दी गयी. इसके बाद 1.5 करोड़ रुपये की तीसरी किस्त रिंग रोड में द्विवेदी को सौंपी गयी. रुपये की गिनती द्विवेदी के डेटा इंट्री ऑपरेटर प्रवीण कुमार जायसवाल ने कमलेश के कांके रोड स्थित एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट स्थित उसके फ्लैट में की थी.
अंचलाधिकारियों ने गलत तरीके से की कमलेश की मदद
आरोपपत्र में कहा गया है कि कमलेश की मदद करने के लिए अंचल अधिकारियों ने झारभूमि से इंट्री डिलीट की. कांके सीओ जयकुमार राम ने अपने कर्मियों के सहयोग से कई इंट्रियां डिलीट की हैं. साथ ही गलत कागजात तैयार बनाने में भी उसकी मदद की. जमीन की हेरा-फेरी करने के लिए कमलेश ने रिकार्ड रूम के कागजात के साथ भी छेड़छाड़ की. उसकी मदद करने के लिए पंजी-2 में भी छेड़छाड़ की. उसके पन्ने भी फाड़े गये.