रांची में CM आवास घेरने जा रहे संविदाकर्मियों पर लाठी चार्ज, महिला समेत कई प्रदर्शनकारी घायल
Jharkhand News, Ranchi News, रांची : झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा चौक पर आंदोलन कर रहे 14वें वित्त आयोग के संविदाकर्मियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. संविदाकर्मी CM हेमंत सोरेन के आवास घेरने जा रहे थे. इस बीच पुलिसकर्मियों ने उसे रोका. थोड़ी बहस हुई. पुलिस द्वारा काफी समझाने के बावजूद जब संविदाकर्मी नहीं माने, तो उनपर लाठीचार्ज किया गया. इस लाठीचार्ज में महिलाएं समेत कई प्रदर्शनकारी घायल हुए. इधर, लाठीचार्ज को लेकर झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है.
Jharkhand News, Ranchi News, रांची : झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा चौक पर आंदोलन कर रहे 14वें वित्त आयोग के संविदाकर्मियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. संविदाकर्मी CM हेमंत सोरेन के आवास घेरने जा रहे थे. इस बीच पुलिसकर्मियों ने उसे रोका. थोड़ी बहस हुई. पुलिस द्वारा काफी समझाने के बावजूद जब संविदाकर्मी नहीं माने, तो उनपर लाठीचार्ज किया गया. इस लाठीचार्ज में महिलाएं समेत कई प्रदर्शनकारी घायल हुए. इधर, लाठीचार्ज को लेकर झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है.
सेवा विस्तार संबंधी अपनी मांगों के समर्थन में शुक्रवार (22 जनवरी, 2021) को 14वें वित्त आयोग के संविदाकर्मी CM हेमंत सोरेन के आवास का घेराव करने जा रहे थे. संविदाकर्मियों का जुलूस बिरसा चौक से जैसे ही आगे बढ़ा, वैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. इस दौरान संविदाकर्मियों के साथ पुलिस की नोकझोंक भी हुई. संविदाकर्मियों को लाख समझाने के बाद भी जब वो नहीं माने और आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे, तो उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज किया गया. इस लाठीचार्ज में महिला समेत कई प्रदर्शनकारी घायल हुए.
बता दें कि 14वें वित्त आयोग के संविदाकर्मी अपनी सेवा विस्तार की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से रांची के बिरसा चौक में प्रदर्शन कर रहे हैं. 14वें वित्त आयोग के तहत झारखंड में करीब 1600 जूनियर इंजीनियर्स और लेखा लिपिक नियुक्त किये गये थे. मालूम हो कि मार्च, 2020 में इनकी सेवा खत्म हो गयी थी, लेकिन सरकार ने पहले 3 महीने और फिर 6 महीने का सेवा विस्तार दिया. लेकिन, सरकार की ओर से दिसंबर, 2020 में उनकी सेवा खत्म होने के बाद उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया गया.
इधर, प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मियों का आरोप है कि 15वेें वित्त आयोग के तहत सरकार आउटसोर्सिंग के तहत जूनियर इंजीनियर और कंप्यूटर ऑपरेटर्स की सेवा लेना चाह रही है. 14वें वित्त आयोग के संविदाकर्मियों को सेवा विस्तार नहीं मिलने और 15वें वित्त आयोग के तहत आउटसोर्सिंग से कार्य लेने के सरकार के निर्णय के खिलाफ इन संविदाकर्मियों ने आंदोलन छेड़ रखा है.
गौरतलब है कि 14वें वित्त आयोग के तहत संविदा पर जूनियर इंजीनियर और कंप्यूटर ऑपरेटर नियुक्त हुए थे. हर प्रखंड में 2 जूनियर इंजीनियर और हर तीन पंचायत पर एक लेखा लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की गयी थी. इस संबंध में कर्मचारी संघ के कर्मियों ने आरोप लगाया कि झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम सहित अन्य मंत्री और विधायकों को भी ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन कहीं कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
संविदा कर्मियों पर हुई लाठीचार्ज के मामले पर झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अपने हक के लिए लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे 14वें वित्त आयोग कर्मियों पर लाठीचार्ज कराकर झारखंड सरकार ने फिर से अपनी दमनकारी और तानाशाही मानसिकता को प्रदर्शित किया है. यहां तक कि आंदोलनरत महिलाओं को भी पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा मारा गया है जो की अत्यंत निंदनीय है.
Posted By : Samir Ranjan.