25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड में बंद हुआ किसानों की ऋण माफी योजना, PFMS से राशि भुगतान में त्रुटि सहित ये हैं बड़े कारण

झारखंड में किसानों की ऋण माफी योजना चार माह से बंद पड़ी है, इसका सबसे बड़ा कारण पीएफएमएस से राशि भेजने में हुई त्रुटि है. इस पर अधिकारियों ने कहा है कि एनआइसी ने त्रुटि सुधार ली है, जल्द होगा भुगतान

रांची : किसानों की ऋण माफी योजना चार माह से बंद है. किसानों का जून के बाद ऋण माफ नहीं हुआ है. पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) से राशि भुगतान में हुई त्रुटि के बाद ऋण माफी रोक दी गयी है. कई जिलों में ऋण योजना तय नियम से अलग हो गये हैं. इस कारण जिलों को इसमें सुधार करने के लिए कहा गया है. तब तक के लिए योजना में भुगतान रोक दिया गया है.

पूर्व में हुई गलती को रोकने के लिए विभाग ने एनआइसी को कहा है. एनआइसी भुगतान संबंधी चेक प्वाइंट को और मजबूत कर रहा है. इसके बाद फिर से भुगतान शुरू हो जायेगा. विभागीय अधिकारियों के अनुसार एनआइसी ने त्रुटि सुधार ली है. जल्द ही ऋण माफी का काम शुरू हो जायेगा.

पीएफएमएस में कुछ तकनीकी गड़बड़ी हो जाने के कारण लोन का भुगतान किसानों को नहीं हो पा रहा है. इसे दूर कर लिया गया है. एक-दो दिनों में किसानों के खाते में राशि चली जायेगी.

बादल, कृषि मंत्री

नौ लाख किसानों का होना है ऋण माफ

राज्य में मुख्यमंत्री कृषि ऋण माफी योजना का लाभ पहले चरण में नौ लाख किसानों को देना है. इसके लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 में दो हजार करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया था. बाद में इसे एक हजार रुपये कर दिया गया था. एक हजार करोड़ रुपये का भुगतान किसानों की ऋण माफी में हो चुका है. करीब पांच लाख डाटा अपलोड कर दिया गया है. बैंकों से इसका केवाइसी कराया जा रहा है. चालू वित्तीय वर्ष में इस स्कीम के लिए 1200 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया है. इसका आवंटन भी विभाग को मिल चुका है.

किस तरह की परेशानी

  • राशन कार्ड और आधार में अलग-अलग नाम होने के कारण भुगतान में परेशानी

  • कई किसानों की डाटा इंट्री में गलती हो गयी थी

  • कई किसानों के खाते में दो-दो बार ऋण माफी का पैसा चला गया

  • लोन रहते कई किसानों के खाते में ऋण माफी की राशि शून्य दिख रही थी

Posted By : Sameer Oraon

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें