रांची : कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से झारखंड में अब तक स्कूल-कॉलेज नहीं खुले हैं. इसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित है. हालांकि, ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं, लेकिन इसका लाभ सभी बच्चों को नहीं मिल पा रहा है. इसलिए सरकार ने फरवरी में आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं को देखते हुए इन कक्षाओं के सिलेबस में कटौती करने का फैसला किया है. पाठ्यक्रमों को 45 फीसदी तक छोटा कर दिया गया है. जल्दी ही इसकी घोषणा की जायेगी.
बताया जाता है कि शिक्षा विभाग ने इस विषय पर चर्चा करने एवं अंतिम फैसला लेने के लिए एक हाइ लेवल कमेटी बनायी थी. कमेटी ने ही सुझाव दिया है कि मैट्रिक एवं इंटर के पाठ्यक्रम में 40 फीसदी तक की कटौती की जाये, ताकि बच्चों पर पढ़ाई का बोझ न पड़े. कमेटी के सुझाव पर राज्य शिक्षा परियोजना ने इसकी तैयारी कर ली है और जल्दी ही इसकी घोषणा हो जायेगी.
राज्य शिक्षा परियोजना के निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने बताया कि जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी. इस संबंध में परियोजना के फैसले से झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) को भी अवगत करा दिया जायेगा. उधर, जैक ने वर्ष 2021 में होने वाली मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षाओं में बच्चों को मॉडल प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी है.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के अध्यक्ष अरविंद सिंह की मानें, तो राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले नये सिलेबस के आधार पर विद्यार्थियों को मॉडल प्रश्न पत्र दिया जायेगा. इसका फायदा यह होगा कि बच्चे घर बैठे अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे. बताया जा रहा है कि हर विषय के सिलेबस में कटौती की जायेगी. कुछ ऐसे विषय होंगे, जिसमें 45 फीसदी तक की कटौती होगी, तो कुछ में 35 फीसदी.
सूत्रों के मुताबिक, गणित एवं विज्ञान के सिलेबस में 45 फीसदी तक कटौती करने का फैसला किया गया है, तो हिन्दी-अंग्रेजी के पाठ्यक्रम को 35 फीसदी छोटा किया गया है. शिक्षकों की टीम ने विषयवार पाठ्यक्रम छोटा करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को दिया है. 18 शिक्षकों ने 9वीं-10वीं के पाठ्यक्रम को छोटा किया है, तो 24 शिक्षकों ने 11वीं-12वीं के सिलेबस में कटौती की है.
Posted By : Mithilesh Jha