Ranchi City Bus Service : रांची में 10 अतिरिक्त सिटी बस चलाने की तैयारी में नगर निगम, जानें कब से शुरू होगा इसका परिचालन
इसके अलावा नगर गिगम 10 अतिरिक्त बसें चलाने की योजना बना रहा है, अतिरिक्त बस चलने से बसों की संख्या 35 तक हो जाएंगी, अभी रांची में 20 से 25 के करीब सिटी बसें चलती हैं. जो कि दो रूटों पर चलती है. लगभग 15 बसें वाया मेन रोड होते हुए, रांजेद्र चौक तक वहीं बाकी बची 10 बसें कांटा टोली, सुजाता चौक, हिनू बिरसा चौक होते हुए धुर्वा गोल चक्कर तक चलती है.
Jharkhand News, Ranchi News, Ranchi city bus news today रांची : रांची में जल्द ही सिटी बसें सड़क पर दौड़नें लगेंगी, नगर निगम खराब पड़ी बसों की मरम्म्त करा रहा है. ये बसें तकरीबन दो सप्ताह के भीतर संचालित हो जाएंगी. बता दें कि कम बसें चलने के कारण यात्रियों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. और जिसकी वजह से ओवर लोड होकर चलती है.
इसके अलावा नगर गिगम 10 अतिरिक्त बसें चलाने की योजना बना रहा है, अतिरिक्त बस चलने से बसों की संख्या 35 तक हो जाएंगी, अभी रांची में 20 से 25 के करीब सिटी बसें चलती हैं. जो कि दो रूटों पर चलती है. लगभग 15 बसें वाया मेन रोड होते हुए, रांजेद्र चौक तक वहीं बाकी बची 10 बसें कांटा टोली, सुजाता चौक, हिनू बिरसा चौक होते हुए धुर्वा गोल चक्कर तक चलती है.
जबकि इसी रूट पर यात्रियों की संख्या सबसे ज्यादा होती है. 1 मार्च से शैक्षनिक संस्थान के खुल जाने से इस रूट यात्रियों की संख्या में और इजाफा हुआ है. कम बस होने की वजह से बस में क्षमता से ज्यादा दोगुणा यात्री सफर करते हैं.
नगर निगम के पास है 51 बसें
आपको बता दें नगर निगम के पास अभी चलने की अवस्था में 51 बसें हैं इनमें से 26 बसों को नगर निगम ने 3 साल पहले खरीदा था. बाकी बचें 11 बसे 11 साल पुरानी है. लॉकडाउन में बस के न चलने के कारण अधिकतर बसें खराब हो गयी थी, जिसे बदलने को लेकर नगर निगम ने टेंडर भी निकाला है. कुछ बसों को ठीक कराया जा रहा है. रांची नगर निगम का इस मामले पर कहना है कि खराब पड़ी बसों को 10 दिन के अंदर ठीक करा लिया जाएगा. इसके बाद 15 बसें अप्रैल में मरम्मत के बाद चलने लगेंगी.
वर्तमान में सिटी बस को नगर निगम ठेके पर देकर इसका परिचालन करा रहा है. यही कारण है कि बस नियमित रूप से नहीं चल पाती है. बसों की नियमित परिचालन के लिए निगम ने निविदा भी निकाला है ताकि कोई निजी कंपनी सभी सिटी बसों का एक साथ परिचालन कर सकें और उसका ठीक तरह से रख रखाव कर सके.
Posted By : Sameer Oraon