Jharkhand News : रिम्स रांची बनेगा क्लीनिकल ट्रायल का रीजनल सेंटर, झारखंड को होगा इससे ये फायदा
गौरतलब है कि रिम्स क्लीनिकल ट्रायल की सूची में शामिल नहीं था, लेकिन प्लाज्मा ट्रायल के समय आइसीएमआर ने सूची में शामिल किया है. इसके बाद वैक्सीन के ट्रायल में भी रिम्स को शामिल किया गया. वैक्सीन के लिए प्रथम दो ट्रायल का डाटा तैयार किया गया. रिम्स ने डाटा को आइसीएमआर को भेज दिया है. रीजनल सेंटर होने से बीमारी के इलाज के लिए तैयार की जाने वाली दवा व वैक्सीन में रिम्स पूर्वी क्षेत्र का डाटा तैयार करेगा.
Jharkhand News, Ranchi News रांची : रिम्स क्लीनिकल ट्रायल का रीजनल सेंटर बनेगा. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने रिम्स को क्लीनिकल ट्रायल की सूची में शामिल किया है. आइसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ बलराम भार्गव से मंगलवार को रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने दिल्ली में मुलाकात की. देश में होने वाले सभी क्लीनिकल ट्रायल में रिम्स को शामिल करने व शोध कार्य में फंड उपलब्ध कराने का आग्रह किया. निदेशक के आग्रह पर डॉ बलराम ने कहा कि रिम्स क्लीनिकल ट्रायल में रुचि दिखायेगा, तो रीजनल सेंटर बना दिया जायेगा.
गौरतलब है कि रिम्स क्लीनिकल ट्रायल की सूची में शामिल नहीं था, लेकिन प्लाज्मा ट्रायल के समय आइसीएमआर ने सूची में शामिल किया है. इसके बाद वैक्सीन के ट्रायल में भी रिम्स को शामिल किया गया. वैक्सीन के लिए प्रथम दो ट्रायल का डाटा तैयार किया गया. रिम्स ने डाटा को आइसीएमआर को भेज दिया है. रीजनल सेंटर होने से बीमारी के इलाज के लिए तैयार की जाने वाली दवा व वैक्सीन में रिम्स पूर्वी क्षेत्र का डाटा तैयार करेगा.
आइसीएमआर के डायरेक्टर जनरल से मिले रिम्स निदेशक
आइसीएमआर के डायरेक्टर जनरल से मुलाकात हुई है. क्लीनिकल ट्रायल में रुचि दिखाने पर उन्होंने कहा कि रिम्स को हम रीजनल सेंटर बनायेंगे. अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम कैसे बेहतर कार्य कर देश के पटल पर रिम्स का नाम ऊंचा कर पायें.
डॉ कामेश्वर प्रसाद, निदेशक, रिम्स
Posted By : Sameer Oraon