Crime News, Jharkhand News, Khunti News, कर्रा (शागिर अहमद) : झारखंड के खूंटी जिला अंतर्गत कर्रा थाना क्षेत्र के एक पत्रकार अनिल मिश्र के छोटे बेटे संकेत कुमार मिश्र (28 वर्ष) का अधजला शव बरामद हुआ है. पुलिस ने यह अधजला शव कर्रा थाना क्षेत्र के लोधमा रोड स्थित छाता नदी के प्रेमघाघ जंगल से बरामद किया है. उसकी बड़ी निर्मम तरीके से हत्या की गयी है. अपराधी सुनियोजित तरीके से उसे जंगल ले गये, लाठी डंडे से पिटाई किया फिर गला रेत कर हत्या कर दिया. इसके बाद शव को जलाने का भी प्रयास किया गया है. जिससे शव बुरी तरह से झुलस गया है. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद किया.
जानकारी मिलने पर पुलिस प्रेमघाघ जंगल पहुंच कर शव को अपने कब्जे में किया. इसके बाद सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया. घटना के संबंध में गुरुवार सुबह से ही जंगल में लावारिस अवस्था में मोपेड और जले हुए एक युवक का शव मिलने की खबर फैली.
पुलिस को जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर शव और मोपेड को बरामद किया. मोपेड के नंबर की जांच की गयी, तो संकेत के ससुर नागेंद्र पाठक का मोपेड होने की जानकारी मिली. इसके बाद उनसे संपर्क किया गया तब मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद मृतक के पिता अनिल मिश्र मौके पर पहुंचे. उन्होंने शव से मिले जैकेट और जूते से शव का पहचान किया. पुलिस ने मौके पर से शराब और पानी के बोतल तथा गिलास भी बरामद की है.
मृतक संकेत कुमार मिश्र के बड़े साले बिट्टू कुमार पाठक ने बताया कि संकेत अपने ससुराल में था. 5 जनवरी, 2021 को अपने ससुराल से कर्रा के लिए निकला था. इसके बाद वह न तो घर पहुंचा और न ही ससुराल वापस लौटा. शाम 5 बजे के बाद से उसका मोबाइल भी बंद हो गया. इसके बाद गुरुवार को उसका शव बरामद किया गया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद कई जिले के कई पत्रकार, झामुमो जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद, उपाध्यक्ष मकसूद अंसारी, घुरन महतो, शेख फिरोज, भाजपा जिलाध्यक्ष विष्णु कुमार सोनी सहित अन्य लोग थाना पहुंचे. वहीं, तोरपा एसडीपीओ ओम प्रकाश तिवारी, तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मुन्ना कुमारी सिंह मामले की जांच में जुट गये हैं.
मृतक संकेत कुमार मिश्र दो भाई और दो बहन में सबसे छोटे थे. उनकी 2017 में रांची पंडरा के फ्रेंड्स काॅलोनी में सीमा कुमारी के साथ शादी हुई थी. उनका एक डेढ़ साल की बेटी है. रांची में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे. वह प्रसिद्ध स्नैक केचर भी थे. सांप पकड़ने में माहिर थे. हालांकि, नौकरी लगने के बाद यह काम उन्होंने बंद कर दिया था. पूर्व में तोरपा में एक प्रज्ञा केंद्र संचालित करते थे तथा पुरोहित का काम भी करते थे. वे मूल रूप से कर्रा के बिकवादाग निवासी हैं, लेकिन लंबे समय से तोरपा के हिल चौक में ही पूरे परिवार के साथ रहते थे. उनके पार्थिव शरीर का शुक्रवार को तोरपा के मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार किया जायेगा.
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हत्याकांड को लेकर एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है. अभी तक कुछ पता नहीं चला है. हालांकि, कुछ लोगों के संबंध में जानकारी मिली है. जिसका सत्यापन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मृतक के मोबाइल की काॅल डिटेल्स भी निकाली जा रही है.
Posted By : Samir Ranjan.