दो दिन की बारिश भी नहीं झेल पाया करोड़ों का नया झारखंड विधानसभा भवन, कॉरिडोर की फॉल्स सीलिंग गिरी
इधर, विधानसभा ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद ने भवन निर्माण विभाग को पत्र भेज कर सीलिंग की मरम्मत कराने के साथ-साथ पूरे भवन में जलजमाव व फॉल्स सीलिंग की स्थिति का जायजा लेने का आग्रह किया है. विधानसभा के नये भवन में कई जगहों पर पानी का सीपेज है. रखरखाव के अभाव में भवन के कई हिस्से जर्जर हो रहे हैं. विधानसभा सचिव ने कहा है कि पूरे भवन की छानबीन होनी चाहिए. सामान्य दिनों के कामकाज में इस तरह की घटना हो गयी, तो बड़ी मुसीबत आ सकती है.
Jharkhand News, Ranchi News रांची : विधानसभा का नया भवन ( jharkhand new assembly building) दो दिनों की भारी बारिश नहीं झेल पाया. पहले तल्ले के वेस्ट विंग के कॉरिडोर की फॉल्स सीलिंग गुरुवार की रात गिर गयी. सामान्य दिनों की तरह कार्यालय चलता, तो बड़ी घटना हो सकती थी. वेस्ट विंग में विधानसभा सचिव के कक्ष के समीप यह घटना हुई है. विधानसभा सचिव के कार्यालय कक्ष के साथ-साथ यहां कई अधिकारियों का कक्ष है.
इधर, विधानसभा ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद ने भवन निर्माण विभाग को पत्र भेज कर सीलिंग की मरम्मत कराने के साथ-साथ पूरे भवन में जलजमाव व फॉल्स सीलिंग की स्थिति का जायजा लेने का आग्रह किया है. विधानसभा के नये भवन में कई जगहों पर पानी का सीपेज है. रखरखाव के अभाव में भवन के कई हिस्से जर्जर हो रहे हैं. विधानसभा सचिव ने कहा है कि पूरे भवन की छानबीन होनी चाहिए. सामान्य दिनों के कामकाज में इस तरह की घटना हो गयी, तो बड़ी मुसीबत आ सकती है.
2019 में लगी थी आग, पुस्तकालय की छत गिरी थी :
विधानसभा के नये भवन के पुस्तकालय का सीलिंग भी पहले गिर चुका है.पुस्तकालय के ऊपर की छत पर जलजमाव के कारण फॉल्स सीलिंग पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी. वाटर सीपेज के कारण पूरा सीलिंग गीला हो गयी थी. उस दिन भी बड़ा हादसा होते-होते टला था. उससे पहले नये भवन में आग लग गयी थी. विधानसभा का एक बड़ा हिस्सा जल गया था. नये भवन के फायर फाइटिंग सिस्टम पर भी सवाल उठे थे.
465 करोड़ रुपये में बना था नया भवन
विधानसभा का नया भवन 465 करोड़ की राशि में बना है. 39 एकड़ में फैले इस नये विधानसभा परिसर का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने किया था. नया भवन चार वर्षों में बन कर तैयार हुआ था. इसके निर्माण में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं. विधानसभा की ओर से कई बार सरकार को पत्र भेजे गये हैं.
Posted By : Sameer Oraon