Jharkhand News, Ranchi news, Samagra Shiksha Abhiyan Jharkhand रांची : ‘समग्र शिक्षा अभियान’ के तहत झारखंड के 35447 सरकारी स्कूलों के पुस्तकालयों को 25.35 करोड़ रुपये की किताबें दी जायेंगी. एक स्कूल को कम से कम तीन हजार रुपये से लेकर अधिकतम 20 हजार रुपये तक की किताबें दी जायेंगी.
खास बात यह है कि योजना के तहत पहली बार जनजातीय भाषा की 3.20 लाख किताबें भी सरकारी स्कूलों को दी जायेंगी. झारखंड शिक्षा परियोजना ने किताबों की आपूर्ति की तैयारी पूरी कर ली है.
जानकारी के अनुसार, समग्र शिक्षा अभियान के तहत दी जानेवाली किताबों की राशि का 60 फीसदी केंद्र सरकार और 40 फीसदी राशि राज्य सरकार ने दी है. सभी आपूर्तिकर्ताओं को राशि भी उपलब्ध करा दी गयी गयी है. पुस्तकालय में दी जानेवाली पुस्तक पाठ्यक्रम में शामिल पुस्तक से अलग होगी. जनजातीय भाषा किताबों की आपूर्ति जनजातीय शोध संस्थान (टीआरआइ) करेगा.
वहीं, अन्य किताबों की आपूर्ति एनसीआरटी समेत अन्य एजेंसियां करेंगी. योजना के तहत वितरण के लिए जनजातीय भाषा की कुल 40 किताबों का चयन किया गया है. इसमें बिरजिया, खड़िया, संताली, मुंडारी, हो, कुड़ुख, विरहोरी, भूमिज, भरती, मालतो, असुरी भाषा की किताबें शामिल हैं. एक किताब की कीमत न्यूनतम 35 व अधिकतम 50 रुपये है. एक किताब के आठ हजार सेट लिये जायेंगे. वहीं, एनसीइआरटी से प्रकाशित 97 किताबों का चयन किया गया है.
एनसीइआरटी को 5.96 करोड़ रुपये
सीआइआइएल मैसूर को 5.92 करोड़ रुपये
पब्लिकेशन डिवीजन को 4.24 करोड़ रुपये
टीआरआइ को 1.21 करोड़ रुपये
एनबीटी को 7.99 करोड़ रुपये
पहली से पांचवीं कक्षा 3000 रुपये
पहली से आठवीं कक्षा 13000 रुपये
छठी से आठवीं कक्षा 10000 रुपये
पहली से दसवीं कक्षा 15000 रुपये
छठी से 12वीं कक्षा 15000 रुपये
नौवीं और 10वीं कक्षा 10000 रुपये
नौवीं से 12वीं कक्षा 15000 रुपये
छठी से 10वीं कक्षा 15000 रुपये
पहली से 12वीं कक्षा 20000 रुपये
रांची. कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष भी सरकारी स्कूल के बच्चों की किताब घर से पहुंचाने की तैयारी है. किताब वितरण को लेकर जेसीइआरटी द्वारा जल्द ही दिशा-निर्देश जारी किया जायेगा. कम से कम दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर तक किताब पहुंचाया जा सकता है. शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए प्रखंड स्तर से किताब आपूर्ति शुरू कर दी गयी है.
किताब वितरण को लेकर जेसीइआरटी द्वारा जल्द ही दिशा-निर्देश जारी किया जायेगा
आपूर्तिकर्ता एजेंसियां चयनित, एक स्कूल को 3000 से 20 हजार तक की किताबें मिलेंगी
Posted By : Sameer Oraon