Jharkhand News, शुभम हल्दार, तमाड़ (रांची) : रांची जिले के तमाड़ प्रखंड के लोधमा गांव में डायरिया की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई है. इसके मुख्य कारण का छानबीन करने के लिए जब प्रभात खबर की टीम गांव पहुंची तो पता चला कि वहां जल संकट (Water Crisis) की समस्या विकराल है. मजबूरन लोग नदी का पानी पीने को विवश हैं. वहीं दूसरी तरफ तीन लोगों की मौत के बावजूद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है. क्योंकि अभी तक वहां पर कोई भी मेडिकल टीम नहीं पहुंची है. जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है.
स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं
रांची के लोधमा गांव में मौत की सूचना मिलने के बाद जब प्रभात खबर के प्रतिनिधि ने जमीनी हकीकत का पता लगाया तो पता चला कि यहां स्वच्छ जल की कोई व्यवस्था नहीं है. जल जीवन मिशन के तहत गांव में एक 8000 लीटर का जलमिनार जरूर लगाया गया है, लेकिन उसका समरसेबल खराब होने की वजह ग्रामीण नदी का पानी पीने को भी मजबूर हैं.
पूर्व मंत्री गोपाल कृष्ण पातर के कार्यकर्ताओं ने बांटी दवाईयां
गांव के तीन लोगों की मौत की सूचना पूर्व मंत्री गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर के निर्देश पर उनके कार्यकर्ता प्रभावित परिवारों के बीच दवा का वितरण किया. मौके पर कुछ ग्रामीणों से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि यहां पानी की भीषण समस्या है. एक छोटे से सोलर टैंक के माध्यम से पानी उपलब्ध होता है. लेकिन दिन में सूर्योदय के बाद ही लोगों को पानी मिल पाता है. आलम यह है कि गांव के तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
किन लोगों ने गंवाई अपनी जान
मृतकों में लोधमा गांव के मंगला मछूवा, पत्नी कुंती देवी और वैशाखी देवी