Jharkhand News : रांची में फिर से नये सर्कुलर रोड बनाने की योजना पर हो रहा काम, जानें कैसा होगा इसका ड्राफ्ट
रांची में नये सर्कुलर रोड की योजना पर फिर से शुरू हो रहा है. इसके लिए मास्टर प्लान के आधार पर तैयार जोनल डेवलपमेंट प्लान के ड्राफ्ट का किया जा रहा है अध्ययन. वर्ष 2009 से ही शहर में इनर रिंग रोड बनाने की योजना सिर्फ कागजों पर चल रही है
रांची : राजधानी में एक बार फिर से नये सर्कुलर रोड के निर्माण की योजना बनायी जा रही है. 2037 की आबादी को ध्यान में रख कर तैयार किये गये रांची के मास्टर प्लान के आधार पर तैयार जोनल डेवलपमेंट प्लान के ड्राफ्ट का अध्ययन किया जा रहा है. ड्राफ्ट में रांची को सात जोन में बांट कर शहर के विकास के लिए लैंड यूज या भूमि को इस्तेमाल के लिए चिह्नित किया गया है.
इसमें शहर के अंदर नया सर्कुलर रोड बनाने की बात कही गयी है. जोनल प्लान को ए, बी, सी, डी, इ, एफ और जी कैटेगरी में बांट कर शहर के विकास के लिए भूमि का इस्तेमाल निर्धारित किया गया है. भविष्य में बढ़ने वाली आबादी और ट्रैफिक लोड को कारण बताते हुए रिंग रोड के अंदर इनर सर्कुलर रिंग रोड की जरूरत बतायी गयी है.
वर्ष 2009 से ही शहर में इनर रिंग रोड बनाने की योजना कागज पर चल रही है. रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार इनर रिंग की योजना को अमली जामा नहीं पहना पाया था. बाद में तैयार किये गये मास्टर प्लान में भी इनर सर्कुलर रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव था. हालांकि, जमीन उपलब्ध नहीं होने की वजह से इस पर काम शुरू नहीं किया जा सका. अब रांची नगर निगम के जोनल प्लान में फिर से इनर सर्कुलर रिंग रोड बनाने की बात कही गयी है.
साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए तैयार होगी तीन सड़क
रांची. केंद्र के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे साइकिल फॉर चेंज चैलेंज और स्ट्रीट फॉर पीपुल्स प्रतिस्पर्द्धा के तहत राजधानी की तीन सड़कों पर साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं तैयार की जायेंगी. बिरसा चौक से प्रोजेक्ट भवन, बिरसा चौक से राजेंद्र चौक और बिरसा चौक से कांके रोड वाया हरमू बाईपास सड़क पर साइकिल फॉर चेंज के पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम होगा.
सड़कों के किनारे सड़कों पर मौजूद पॉटहोल्स भरने, सरकारी पार्किंग में साइकिल के लिए जगह आरक्षित करने, सरकारी भवनों के पास साइकिल पार्किंग का निर्माण करने, सड़कों के किनारे सेफ्टी साइनेज लगाने, ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत करने की प्रक्रिया के दौरान प्रशिक्षुओं को साइकिल चालक और पैदल चलनेवाले व्यक्तियों के साथ व्यवहार का प्रशिक्षण देने जैसे काम किये जायेंगे.
Posted by : Sameer Oraon