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Jharkhand Panchayat Election 2021 : झारखंड में कब होंगे नगर निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव, तैयारी जारी

इन निकायों में तीन वर्षों में बने छह नगर निकायों गोमिया, बड़की सरिया, धनवार, हरिहरगंज, बचरा और महागामा में पहली बार चुनाव होने हैं. धनबाद, देवघर, चास, चक्रधरपुर, झुमरी तिलैया, विश्रामपुर, कोडरमा और मझियांव नगर निकायों में भी कार्यकाल पूरा होने के कारण चुनाव लंबित है. इससे अलग विभिन्न नगर निकायों के पांच वार्डों की खाली सीट पर भी उपचुनाव कराना है. कोविड-19 की आशंका के कारण पूर्व में चुनाव की तिथि निर्धारित होने के बाद उसे स्थगित करना पड़ा था.

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2021 7:10 AM

Jharkhand Panchayat Election News, Jharkhand Nagar Nikay Chunav 2021 : राज्य में लंबित पंचायत और नगर निकाय के चुनाव अलग-अलग कराये जा सकते हैं. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही चुनाव पूर्व तैयारी को देख कर दोनों ही चुनाव अलग-अलग समय पर होने के कयास लगाये जा रहे हैं. आयोग द्वारा निकाय चुनाव की तैयारियां 15 अगस्त के पूर्व पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि पंचायत चुनाव की तैयारियां वर्षांत नवंबर-दिसंबर तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है. निकायों के लिए वार्डों का परिसीमन, आरक्षण रोस्टर, मतदाता सूची का प्रकाशन जैसे कार्य लगभग पूरे किये जा चुके हैं. वहीं, पंचायत चुनावों के लिए यह प्रक्रिया अभी जारी है. राज्य के 14 नगर निकायों में मई 2020 से ही चुनाव लंबित है.

इन निकायों में तीन वर्षों में बने छह नगर निकायों गोमिया, बड़की सरिया, धनवार, हरिहरगंज, बचरा और महागामा में पहली बार चुनाव होने हैं. धनबाद, देवघर, चास, चक्रधरपुर, झुमरी तिलैया, विश्रामपुर, कोडरमा और मझियांव नगर निकायों में भी कार्यकाल पूरा होने के कारण चुनाव लंबित है. इससे अलग विभिन्न नगर निकायों के पांच वार्डों की खाली सीट पर भी उपचुनाव कराना है. कोविड-19 की आशंका के कारण पूर्व में चुनाव की तिथि निर्धारित होने के बाद उसे स्थगित करना पड़ा था.

इस वर्ष भी मुश्किल है पंचायत चुनाव :

कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर इस वर्ष भी पंचायत चुनाव कराना मुश्किल है. वर्ष 2015 में राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराया गया था. जिसकी पांच साल की अवधि का कार्यकाल जनवरी 2020 में पूरा हो गया था. उसके बाद कोविड-19 संक्रमण के कारण चुनाव संभव नहीं हो सका. पहले राज्य निर्वाचन आयुक्त और फिर बाद में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव का पद लंबे समय तक खाली रहने के कारण चुनावी तैयारियां भी देर से शुरू की जा सकी हैं. अभी भी चुनाव पूर्व तैयारियों में वर्ष के अंत का समय लगने की बात आयोग द्वारा कही जा रही है.

Posted By : Sameer Oraon

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