रांची: बुंडू की सुमानडीह पंचायत के वार्ड नंबर-11 से किसी ने नामांकन नहीं किया है. नामांकन की अंतिम तिथि 23 अप्रैल थी. उक्त वार्ड में डाटमदा, पिपरटांड़ व तेतरटांड़ तीन गांव है़ं अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस वार्ड में केवल एक आदिवासी परिवार है. इस परिवार के लोगों ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है.
ग्रामीणों ने किया था आरक्षण का विरोध : ग्रामीणों की मानें, तो आरक्षण रोस्टर में गड़बड़ी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. वार्ड की आबादी 500 के आसपास है. वार्ड में अधिकांश परिवार कुरमी, महतो व अन्य जातियों के हैं. गांव में रहनेवाले एकमात्र एसटी परिवार में पति-पत्नी व बच्चे हैं. ग्रामीणों ने बैठक कर कहा कि चुनाव के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है. ग्रामीणों ने एसटी परिवार से मिल कर कहा कि वह भी चुनाव का बहिष्कार करे. इसके बाद महेंद्र मुंडा ने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया.
जब किसी ने नामांकन नहीं किया, तो बुंडू बीडीओ संध्या ने प्रत्याशी खोजने के लिए ब्लॉक के कर्मियों को वार्ड में भेजा. यहां कर्मचारियों ने चुनाव लड़ने के लिए परिवार से काफी मिन्नत की. ब्लॉक के कर्मियों ने कहा कि वह केवल नामांकन कर दें. लेकिन, उक्त परिवार ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. नतीजा यह सीट खाली रह गयी.
Posted By: Sameer Oraon