राज्य के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापक) की पहली आकलन परीक्षा 30 जुलाई को होगी. इसकी तैयारी झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने पूरी कर ली है. राज्य में सभी जिलों में 81 परीक्षा केंद्र अंगीभूत और बीएड कॉलेज में बनाये गये हैं. इसमें लगभग 43 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे. परीक्षा में कक्षा एक से पांच में लगभग 36 हजार और छह से आठ में लगभग सात हजार शिक्षक शामिल होंगे.
सफल होने पर शिक्षकों का मानदेय 10% तक बढ़ेगा. जो शिक्षक परीक्षा में सफल नहीं होंगे, उन्हें परीक्षा पास करने के लिए तीन और अवसर दिये जायेंगे. शिक्षकों के लिए कुल चार आकलन परीक्षा होगी. शिक्षक अगर परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं, तो उनका एक अवसर समाप्त माना जायेगा. परीक्षा में सफल नहीं होने पर भी शिक्षकों की सेवा बनी रहेगी, लेकिन उनके मानदेय में बढ़ोतरी नहीं होगी.
पारा शिक्षकों की आकलन परीक्षा 150 अंकों की होगी. कक्षा एक से पांच और छह से आठ के लिए अलग-अलग परीक्षा होगी़ छह से आठ में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व भाषा के लिए अलग-अलग परीक्षा होगी. सामाजिक विज्ञान के लिए कुल सात विषयों की परीक्षा होगी, इनमें से किसी तीन विषय की परीक्षा देनी होगी.
कक्षा छह से आठ में विज्ञान शिक्षकों के लिए कुल छह विषय का विकल्प दिया गया है. इसमें गणित की परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है, जबकि भौतिकी, रसायन, वनस्पति शास्त्र व प्राणी शास्त्र विषय में से किसी दो विषय की परीक्षा देनी होगी.
भाषा की परीक्षा में अंग्रेजी की परीक्षा देना अनिवार्य है. हिंदी, संस्कृत, बंगला व उड़ीया में से किसी दो विषय का चयन करना होगा. कक्षा एक से पांच व छह से आठ, दोनों में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा अलग से ली जायेगी.
ढाई घंटे की होगी परीक्षा : परीक्षा ढाई घंटे की होगी औरओएमआर शीट पर ली जायेगी. ओएमआर शीट का सैंपल भी जैक ने वेबसाइट पर जारी कर दिया है.