झारखंड में पारा शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सत्यापन 31 दिसंबर तक पूरा करने को कहा गया था. मानदेय बढ़ोतरी के लिए होनेवाली आकलन परीक्षा में शामिल होने के लिए अंतिम तिथि 31 दिसंबर है. राज्य में 61 हजार (सहायक अध्यापक) पारा शिक्षक में से अब तक लगभग 40 हजार शिक्षकों के प्रमाण-पत्र का सत्यापन हुआ है. 21 हजार शिक्षकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हो सका है. जबकि आकलन परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन जमा करने के लिए एक सप्ताह का ही समय बचा हुआ है. राज्य में कुल 61421 पारा शिक्षक में से 47191 शिक्षक को आकलन परीक्षा में शामिल होना है.
इनमें से अब तक 29800 शिक्षकों ने आवेदन जमा किया है. अब तक 17391 शिक्षकों ने आवेदन जमा नहीं किया है. शिक्षकों को सत्यापन के लिए प्रमाण पत्र जमा करने के लिए पांच दिसंबर तक का समय दिया था. शिक्षकों ने अपना प्रमाण पत्र जमा कर दिया है. प्रमाण पत्र सत्यापन की जिम्मेदारी संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को दी गयी है.
आकलन परीक्षा में सफल शिक्षकों के मानदेय में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की जायेगी. एक शिक्षक को परीक्षा में शामिल होने का चार अवसर दिया जायेगा. कोई शिक्षक अगर परीक्षा में शामिल नहीं होता है, तो उनका एक अवसर समाप्त हो जायेगा. झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षकों को आकलन परीक्षा में शामिल नहीं होना है. उनके मानदेय में पहले ही 50 फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है. जबकि अन्य शिक्षकों के मानदेय में 40 फीसदी की बढ़ोतरी की गयी थी.
राज्य में पारा शिक्षकों की नियुक्ति वर्ष 2011 के बाद से बंद है. पिछले 11 वर्ष में शिक्षकों के प्रमाण पत्र सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. इस दौरान प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए पारा शिक्षकों से पैसा भी जमा लिया गया पर सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई.