रांची: वेतनमान की मांग को लेकर राज्य के पारा शिक्षक (सहायक अध्यापक) फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. 11 सितंबर को सामुदायिक सहायक अध्यापक संघ एवं झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षक संघ की संयुक्त बैठक होगी. शिक्षक विधानसभा मैदान में जमा होंगे. बैठक में पारा शिक्षक वेतनमान को लेकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे.
विनोद तिवारी व विनोद बिहारी महतो ने बताया कि बैठक में शिक्षकों के लिए बनायी गयी सेवा शर्त नियमावली के अनुरूप अब तक हुई कार्रवाई व वेतनमान की मांग पर विचार किया जायेगा. सेवा शर्त नियमावली में चार फीसदी मानदेय बढ़ोतरी की बात कही गयी थी, पर अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
प्रमाण पत्र सत्यापन के नाम पर मानदेय भुगतान भी रोक दिया गया है. शिक्षकों से प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए पूर्व में ही राशि जमा ली गयी थी. विभाग द्वारा फिर से राशि मांगी जा रही है. शिक्षकों ने फिर राशि जमा की है, इसके बाद भी समय पर प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं कराया गया. अब दो माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. प्रमाण पत्र सत्यापन नहीं होने के लिए शिक्षक दोषी नहीं हैं. श्री तिवारी ने कहा है कि इसके लिए संबंधित जिला शिक्षा अधीक्षक व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी का वेतन रोका जाये.
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षक के मानदेय में 50 फीसदी व अन्य शिक्षकों के मानदेय में 40 फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है. इसके अलावा वैसे शिक्षक जो शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल नहीं हैं, उनके लिए आकलन परीक्षा का प्रावधान किया गया है.
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) सफल सहायक अध्यापक संघ ने पहले ही आंदोलन की घोषणा कर दी है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि संघ ने पूर्व में 28 अगस्त से आंदोलन की घोषणा की थी, जिसे बाद में स्थगित कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि जल्द ही आंदोलन की अगली तिथि की घोषणा की जायेगी.