नये साल में झारखंड के पारा शिक्षकों को मिलेगा तोहफा, मानदेय में होगी अच्छी वृद्धि, सेवा होगी स्थायी
झारखंड के पारा शिक्षकों का वेतन में 40 से 50 फीसदी तक की वृद्धि होगी. कल शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ चली बैठक में हर मांगों को मान ली गयी है. बता दें कि जो टेट पास पारा टीचर है उनके वेतन में 50 फीसदी तक वृद्धि होगी.
रांची : राज्य के पारा शिक्षकों के मानदेय में तो वृद्धि होगी पर वेतनमान नहीं दिया जायेगा. नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं होने के कारण वैधानिक रूप से वेतनमान नहीं दिया जा सकता है, पर मानदेय में सरकार 40 से 50% तक की वृद्धि करेगी. पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली को लेकर शनिवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ झारखंड एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों की चार घंटे तक बैठक चली.
इसमें वेतनमान को छोड़कर लगभग सभी बिंदुओं पर सहमति बन गयी. एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के हृषिकेश पाठक ने बताया कि दो दिन का समय मांगा गया है. शिक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक में लिये गये निर्णय की जानकारी जिला प्रतिनिधियों को दी जायेगी, इसके बाद आगे का निर्णय लिया जायेगा.
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि शिक्षक पात्रता परीक्षा पास पारा शिक्षकों के मानदेय में 50 फीसदी की वृद्धि की जायेगी. जबकि जो शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल नहीं है उनके मानदेय में 40 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा असफल पारा शिक्षकों के लिए आकलन परीक्षा ली जायेगी. आकलन परीक्षा सफल होने पर उनके मानदेय में 10 फीसदी की और बढ़ोत्तरी होगी. वहीं सरकार के इस फैसले से एक ओर टेट पास पारा शिक्षकों में असंतोष दिखा. वह वेतनमान की मांग कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर टेट में असफल पारा शिक्षकों में फैसले को लेकर कमोबेश संतोष है.
आकलन परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य :
पारा शिक्षकों को सेवा शर्त नियमावली की कॉपी भी उपलब्ध करायी गयी. नियमावली के अनुसार, तीन वर्ष की सेवा पूरी करनेवाले सभी पारा शिक्षकों को आकलन परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है. पारा शिक्षक को तीन आकलन परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिलेगा. तीन परीक्षा में असफल होने के बाद भी उनकी सेवा बनी रहेगी. पर उनके मानदेय में केवल 30 फीसदी की वृद्धि होगी.
परीक्षा पूर्व प्रमाण पत्र का सत्यापन :
आकलन परीक्षा में शामिल होने के पूर्व पारा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन होगा. सत्यापन में सभी प्रमाण पत्र सही पाये जाने पर ही पारा शिक्षक आकलन परीक्षा में शामिल हो सकेंगे.
वार्ता की मुख्य बातें
मानदेय
टेट सफल पारा शिक्षकों के मानदेय में 50% की बढ़ोत्तरी
टेट असफल पारा शिक्षकों के मानदेय में 40% की बढ़ोत्तरी
मानदेय में प्रति वर्ष तीन फीसदी की वृद्धि भी की जायेगी
पारा शिक्षकों को इपीएफओ से भी जोड़ा जायेगा
60 वर्ष की उम्र तक पारा शिक्षक अपनी सेवा दे सकेंगे
आकलन परीक्षा
टेट असफल पारा शिक्षकों को तीन आकलन परीक्षा देने का अवसर मिलेगा
आकलन परीक्षा में सफल होने पर मानदेय में 10% की और वृद्धि होगी
सामान्य कोटि के शिक्षक के लिए आकलन परीक्षा में पास मार्क्स 45%
आरक्षित कोटि के शिक्षकों के लिए 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होगा
आकलन परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जायेगी
अवकाश
एक वर्ष में 16 दिनों का आकस्मिक अवकाश मिलेगा
महिला शिक्षकों को 180 दिनों का मातृत्व अवकाश मिलेगा
पुरुष पारा शिक्षकों को 15 दिनों का पितृत्व अवकाश
विशेष परिस्थिति में मानदेय रहित 30 दिनों का अवकाश
अधिकतम मानदेय 22500 होगा
टेट सफल
कक्षा एक से पांच 21000
कक्षा छह से आठ 22500
टेट असफल
कक्षा एक से पांच 16800
कक्षा छह से आठ 18200
अब पारा शिक्षकों को लेना है निर्णय : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि पारा शिक्षकों की सभी मांगें मान ली गयी हैं. नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं होने कारण वेतनमान देने में वैधानिक अड़चन है. इसलिए इनके मानदेय में 40 से 50 % तक वृद्धि की जायेगी. आकलन परीक्षा में असफल होने पर भी शिक्षकों को नहीं हटाया जायेगा. सरकार ने अपनी बात पारा शिक्षकों के समक्ष रख दी है, अब निर्णय उन्हें लेना है.
क्या कहते हैं पारा शिक्षक के प्रतिनिधि
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संजय दूबे ने बताया कि पारा शिक्षकों को वेतनमान मिलने की उम्मीद थी. शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षकों को सरकारी शिक्षक नहीं बनाया जा रहा है. ऐसे में मोर्चा जिला प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद अंतिम निर्णय लेगा. बैठक में मोर्चा की ओर से बिनोद बिहारी महतो, संजय दूबे, सिंटू सिंह, हृषिकेश पाठक, प्रमोद मंडल, दशरथ ठाकुर शामिल थे.
Posted By : Sameer Oraon