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झारखंड पुलिस ने गिनायी उपलब्धि, DGP नीरज सिन्हा बोले- 3 साल में 51 नक्सली मारे गये, 1500 से अधिक गिरफ्तार

झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने पुलिस की उपलब्धि गिनायी है. कहा कि पिछले तीन साल में नक्सली विरोधी अभियान के तहत 51 नक्सलियों को मार गिराया गया, वहीं 1526 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2022 9:37 PM
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Jharkhand News: झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने कहा कि नक्सली विरोधी अभियान का नतीजा है कि झारखंड में नक्सलियों का कमर टूट गया है. पिछले तीन साल में झारखंड पुलिस ने 51 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया, वहीं 1526 नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. इस दौरान काफी संख्या में हथियार समेत गोला-बारूद और नक्सलियों द्वारा वसूले गये करीब 159 लाख रुपये जब्त किए गए.

नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान का दिखा असर

डीजीपी श्री सिन्हा ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान का असर है कि नक्सली संगठन से जुड़े पोलित ब्यूरो सदस्य, केंद्रीय समिति सदस्य, क्षेत्रीय समिति सदस्य के एक-एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा तीन विशेष क्षेत्र समिति सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सब जोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर को गिरफ्तार किया गया है.

तीन साल में 51 नक्सली मारे गये

उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 से 2022 के बीच 1,526 नक्सलियों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं, विभिन्न स्थानों पर पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 51 नक्सलियों को मार गिराया गया. झारखंड पुलिस नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान आज भी चला रही है.

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भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद

हथियार बरामद के बारे में डीजीपी श्री सिन्हा ने कहा कि पुलिस ने 136 पुलिस हथियार, 40 रेग्युलर हथियार, 74 पुलिस हथियार सहित 590 देसी हथियार को बरामद किया है. साथ ही 37541 कारतूस, 1048 IED और 9,616 डेटोनेटर भी बरामद किया है.

आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 57 शीर्ष नक्सलियों ने छोड़े हथियार

दूसरी ओर, आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के संबंध में डीजीपी ने कहा कि नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए इस नीति के सकारात्मक परिणाम मिले हैं. इसी के तहत 57 शीर्ष नक्सलियों ने हथियार छोड़ सरेंडर किया है. उन्होंने कहा कि अन्य नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है.

झारखंड में साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू

डीजीपी श्री सिन्हा ने कहा कि झारखंड पुलिस साइबर अपराधियों पर भी विशेष नजर बनाए हुए है. पिछले दिन साल में पुलिस ने तीन हजार से अधिक साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की है. इस दौरान साइबर अपराधियों ने करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी लोगों से की है. साइबर अपराध पर रोकथाम के लिए झारखंड में साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू की गयी है. यह टोल फ्री नंबर है, जिससे साइबर अपराध की जानकारी मिलते ही कार्रवाई शुरू होती है.

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Posted By: Samir Ranjan.

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