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रिश्वत लेने में झारखंड पुलिस विभाग सबसे आगे, जानें दूसरे नंबर पर कौन, ACB ने जुटाया विभागवार आंकड़ा

रिश्वत लेने के मामले में झारखंड पुलिस सबसे आगे है. एसीबी ने इस मामले में विभागवार आंकड़ा तैयार किया है. जिसमें ये बात सामने आयी है कि रिश्वत मांगने के मामले में पुलिसकर्मियों पर सर्वाधिक मामले दर्ज हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2022 9:33 AM

रांची: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने वर्ष 2021 में रिश्वत लेने के आरोप में दर्ज 50 केस में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर विभागवार आंकड़ा तैयार किया है. इसके अनुसार, राज्य के विभिन्न जिले में काम करने के एवज में रिश्वत मांगने के मामले में पुलिसकर्मियों पर सर्वाधिक मामले दर्ज हैं. रिश्वत लेने के 50 मामलों में 17 पुलिसकर्मियों से जुड़े हैं.

वहीं रिश्वत मांगने में दूसरे नंबर पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कर्मियों का नाम आया है. रिश्वत लेने से संबंधित आठ मामले राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से जुड़े कर्मियों के हैं. जबकि तीसरे नंबर पर रहे आरआरडीए विभाग से जुड़े कर्मियों पर कुल सात केस हैं. रिश्वत लेने के आरोप में दर्ज एक-दो केस दूसरे विभाग से जुड़े हैं. पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत लेने के मामले में थानेदार, इंस्पेक्टर से लेकर आरक्षी तक के नाम शामिल हैं.

सभी मामलों में एसीबी अनुसंधान पूरा कर आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत को सौंप चुकी है. पुलिसकर्मियों या अफसरों ने अधिकतर मामलों में केस या जांच में कार्रवाई नहीं करने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी. जबकि राजस्व विभाग से जुड़े कर्मियों द्वारा अधिकतर मामलों में रिश्वत की मांग जमीन का काम करने की एवज में मांगी गयी थी.

केस दर्ज नहीं करने के नाम पर तपकरा थानेदार ने मांगे थे पैसे

29 सितंबर 2021 : एसीबी की टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में तपकारा के थाना प्रभारी विक्की ठाकुर को गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ शिकायत प्रदीप गुड़िया ने की थी. शिकायतकर्ता एवं उनकी मां पर पुलिस को संदेह था कि वे अपनी राशन दुकान से पीएलएफआइ के उग्रवादियों को राशन देते हैं. इसी मामले में केस दर्ज नहीं करने के एवज में रिश्वत की मांग की गयी थी.

जमीन मामले में नाम ट्रांसफर के लिए ली थी घूस

28 जुलाई 2021: एसीबी की टीम ने बहरागोड़ा प्रखंड के कर्मचारी चंद्रमा राम को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. उन्होंने रवींद्रनाथ बेरा से .32 डिसमिल जमीन के मामले में नाम ट्रांसफर करने के लिए रिश्वत ली थी.

Posted By: Sameer Oraon

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