झारखंड में नशे के कारोबारियों के बैंक खाते भी फ्रीज करायेगी पुलिस
साथ ही वह बड़े पैमाने पर नशे का कारोबार करते हों. ऐसे आरोपियों को चिह्नित करने के बाद उनके खिलाफ डोजियर खोलने या निगरानी रखने का प्रस्ताव तैयार किया जाये.
रांची : राज्य में सक्रिय नशे के कारोबारियों को पकड़ने के बाद अब झारखंड पुलिस उनके बैंक खातों को भी फ्रीज करायेगी. सीआइडी डीजी अनुराग गुप्ता ने राज्य के विभिन्न जिलों में दर्ज केस की समीक्षा के बाद सभी रेंज डीआइजी को यह टास्क दिया है. कहा है कि नशे के कारोबार के आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति के ‘आधार’ या ‘पैन’ के जरिये उसके बैंक खातों के संबंध में जानकारी एकत्र कर कार्रवाई की जाये. सीआइडी डीजी ने यह भी निर्देश दिया है कि मादक पदार्थ की तस्करी या बरामदगी को लेकर दर्ज केस में ऐसे आरोपियों को चिह्नित किया जाये, जिन पर दो या दो से अधिक केस दर्ज हैं.
साथ ही वह बड़े पैमाने पर नशे का कारोबार करते हों. ऐसे आरोपियों को चिह्नित करने के बाद उनके खिलाफ डोजियर खोलने या निगरानी रखने का प्रस्ताव तैयार किया जाये. पुलिस ऐसे मामलों में आरोपियों के जमानतदारों का सत्यापन भी करेगी. साथ ही वर्तमान में जमानत पर जेल से निकले कारोबारियों के बारे में भी सत्यापन किया जायेगा.
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चतरा जिले में सबसे ज्यादा मामले दर्ज
सीआइडी डीजी द्वारा तैयार समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में एनडीपीएस एक्ट के तहत सर्वाधिक 118 केस चतरा जिले के सदर थाने में दर्ज हुए हैं. जबकि, कुंदा थाना में 84 और लावालौंग थाना में 74 केस दर्ज किये गये हैं. सीआइडी डीजी ने वर्ष 2019 से 2023 के अंत तक दर्ज केस का पूरा ब्योरा तैयार किया है. यह डाटा सीसीटीएनएस पोर्टल से हासिल किया गया, इसलिए सीआइडी डीजी ने आशंका जाहिर की है, कई केस में अनुसंधानक द्वारा फाइनल रिपोर्ट न्यायालय में समर्पित की जा चुकी होगी. लेकिन, सीसीटीएनएस में केस लंबित दिखाया जा रहा है, इसलिए पूरी तरह से केस की समीक्षा के बाद इसकी वास्तविक स्थिति बदल सकती है. सीआइडी डीजी सभी रेंज डीआइजी के साथ शुक्रवार को इसकी विस्तार से समीक्षा करेंगे.