झारखंड पुलिस ने साइबर ठगों से बचाये 11.32 करोड़ रुपये
झारखंड पुलिस अब तक 11,32,30,000 रुपये साइबर अपराधियों के पास जाने से बचा चुकी है. ये वे पैसे हैं, जिनकी ठगी साइबर अपराधियों ने आमलोगों से की थी.
वरीय संवाददाता (रांची). झारखंड पुलिस अब तक 11,32,30,000 रुपये साइबर अपराधियों के पास जाने से बचा चुकी है. ये वे पैसे हैं, जिनकी ठगी साइबर अपराधियों ने आमलोगों से की थी. लेकिन ठगी के बाद इन पैसों को साइबर अपराधी किसी एटीएम या बैंक एकाउंट से नहीं निकाल सके. क्योंकि झारखंड पुलिस की ओर से इन बैंक खातों को फ्रीज करा दिया गया था.
हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें रिपोर्ट :
साइबर थाना प्रभारी नेहा बाला ने बताया कि राज्य में साइबर अपराध की रोकथाम के लिए ‘हेल्पलाइन नंबर-1930’ चालू है. इसके माध्यम से आमलोग साइबर अपराध से संबंधित मामलों की कभी भी रिपोर्ट कर सकते हैं. ठगी से जुड़े मामलों की रिपोर्ट होने पर साइबर ठगी की घटना में प्रयुक्त बैंक खाता और ट्रांजेक्शन को ब्लॉक कर दिया जाता है. इस हेल्पलाइन नंबर में मार्च 2022 से लेकर अब तक 22,924 शिकायतें दर्ज की गयीं. इसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों द्वारा आमलोगों से ठगे गये 11,32,30,000 रुपये फ्रीज कर दिये गये हैं.धनराशि वापस करने की प्रक्रिया हुई शुरू :
सीआइडी ने अब सीआरपीसी की धारा-451 के तहत न्यायालय के आदेश पर बैंक एकाउंट में फ्रीज की गयी धनराशि को वापस करने की प्रक्रिया शुरू की है. फरवरी से लेकर अब तक (तीन महीने में) सीआइडी के अधीन कार्यरत साइबर थाना द्वारा दर्ज कुल 18 केस में फ्रीज किये गये कुल 1,01,80,791 रुपये शिकायतकर्ता के खाते में वापस किये जा चुके हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है