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झारखंड: मुठभेड़ में जख्मी नाबालिग को जंगल में छोड़कर भागे नक्सली, पुलिस ने ऐसे बचायी जान, देखें VIDEO

झारखंड पुलिस का आज मानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है. पिछले दिनों हुई मुठभेड़ में जंगल में गंभीर रूप से जख्मी एक नाबालिग को छोड़कर नक्सली भाग गए थे. सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया है.

By Guru Swarup Mishra | October 14, 2023 10:34 PM

रांची/चाईबासा(पश्चिमी सिंहभूम): झारखंड के कोल्हान क्षेत्र के हुसीपी जंगल में 13 अक्टूबर को घात लगाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलियां चलायी थीं. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, तो पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग गए थे. पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को लेकर पुलिस को सूचना मिली थी कि इसमें कई नक्सली जख्मी हुए हैं. ऐसी जानकारी मिली कि गंभीर रूप से जख्मी नाबालिग नक्सली को छोड़कर माओवादी जंगल से भाग खड़े हुए हैं. शनिवार को सघन तलाशी अभियान चलाया गया. इस क्रम में मरणासन्न स्थिति में नाबालिग नक्सली मिला. झारखंड पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए इसका प्राथमिक उपचार कराया. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया है. पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि नाबालिग के घायल होने के कारण उससे पूछताछ नहीं की जा सकी है. उन्होंने बताया कि उसके घायल होने के बाद नक्सली उसे छोड़कर वहां से भाग गये थे. इसके बाद बाद वह रातभर वहां पड़ा रहा. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसका प्राथमिक उपचार कराया. इस दौरान जंगल में करीब पांच किलोमीटर कंधे पर लेकर उसे हाथीगुरु कैंप पहुंचे और उसका प्राथमिक उपचार किया गया. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे हेलीकॉप्टर से रांची भेजा गया है. झारखंड पुलिस ने नक्सलियों से अपील की है कि वे समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए ये रास्ता छोड़ दें. जल्द से जल्द नक्सली सरेंडर कर दें और सरकार की योजनाओं का लाभ लें. सरकार और पुलिस का उद्देश्य झारखंड से नक्सलवाद का खात्मा करना है. इसी दिशा में लगातार पुलिस नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है.

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में घायल हुआ था नाबालिग

झारखंड पुलिस का आज मानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है. पिछले दिनों हुई मुठभेड़ में जंगल में गंभीर रूप से जख्मी एक नाबालिग को छोड़कर नक्सली भाग गए थे. वह रात भर जंगल में तड़पता रहा. सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और जंगल में करीब पांच किलोमीटर तक कंधे पर लेकर उसे पुलिस कैंप तक लाया. इसके बाद प्राथमिक इलाज के बाद हेलीकॉप्टर से बेहतर इलाज के लिए रांची भेजा. कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र अंतर्गत गोइलकेरा प्रखंड के हुसीपी गांव के पास जंगली व पहाड़ी क्षेत्र में 13 अक्टूबर को सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की की खबर है. हालांकि अभी नक्सली संगठन के मात्र एक सदस्य के घायल होने की ही पुष्टि हो पायी है. जानकारी के अनुसार, हुसीपी गांव के पास जंगल में नक्सलियों व सुरक्षाबलों के साथ दो बार मुठभेड़ हुयी थी. इसी क्रम में सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली वहां भाग निकले थे.

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नाबालिग नक्सली की पुलिस ने बचायी जान

गांव के एक व्यक्ति ने शनिवार को पुलिस को बताया कि उसके घर का एक सदस्य घायल अवस्था में जंगल में पड़ा है, जो नक्सली संगठन के साथ था. सूचना मिलने पर जिला पुलिस व सुरक्षाबल के जवान मौके पर पहुंचे व करीब 14-15 साल के एक किशोर को घायलावस्था में बरामद किया. इसके बाद घायल को चौपर के माध्यम से इलाज के लिए रांची भेजा गया.

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जंगल में नाबालिग को छोड़कर भाग गए थे नक्सली

पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि नाबालिग के घायल होने के कारण उससे पूछताछ नहीं की जा सकी है. उन्होंने बताया कि उसके घायल होने के बाद नक्सली उसे छोड़कर वहां से भाग गये थे. इसके बाद बाद वह रातभर वहां पड़ा रहा. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसका प्राथमिक उपचार कराया. इस दौरान जंगल में करीब पांच किलोमीटर कंधे पर लेकर उसे हाथीगुरु कैंप पहुंचे और उसका प्राथमिक उपचार किया गया. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे हेलीकॉप्टर से रांची भेजा गया है.

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झारखंड पुलिस ने नक्सलियों से की अपील

झारखंड पुलिस ने नक्सलियों से अपील की है कि वे समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए ये रास्ता छोड़ दें. जल्द से जल्द नक्सली सरेंडर कर दें और सरकार की योजनाओं का लाभ लें. इससे समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंच सकेगा. सरकार और पुलिस का उद्देश्य झारखंड से नक्सलवाद का खात्मा करना है. इसी दिशा में लगातार पुलिस नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है. इसमें पुलिस को लगातार सफलता भी मिल रही है.

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