रायपुर के रिजॉर्ट में रह रहे UPA के विधायकों ने बीजेपी पर बोला हमला- जोड़ तोड़ की कोशिश में लगी है पार्टी
रायपुर के रिजॉर्ट में रह रहे यूपीए के विधायकों ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे लोकतांत्रिक सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश में लगी हुई है. उन्होंने इसके लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश का उदाहरण दिया.
रांची: रायपुर के मेफेयर रिजॉर्ट में रह रहे झारखंड के यूपीए विधायकों ने कहा है कि भाजपा लोकतांत्रिक सरकारों को अपदस्थ करती है.विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए ही रायपुर आये हैं. विधायकों ने स्पष्ट किया कि वे न तो छत्तीसगढ़ सरकार और न ही झारखंड सरकार के खर्च पर हैं. बल्कि सभी विधायक अपना-अपना खर्च वहन कर रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, सुदिव्य कुमार सोनू, भूषण बाड़ा और स्टीफन मरांडी पत्रकारों से बात कर रहे थे. हार्स ट्रेडिंग के बाबत पूछे जाने पर सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में क्या हुआ, किसी से छिपा नहीं है. झारखंड में भी भाजपा लगातार जोड़-तोड़ की कोशिशों में लगी है. उन्होंने कहा कि हमारे रायपुर में होने पर सवाल उठाया जा रहा है, लेकिन भाजपा से सवाल नहीं पूछा जाता कि वह लोकतांत्रिक सरकारों को गिराने का प्रयास क्यों करती है.
अपने बल पर हैं रायपुर में :
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार के बावजूद हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है. आर्थिक सपोर्ट देना बंद है, पर हमारी सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के वेतनमान में वृद्धि की.केंद्र के असहयोगात्मक रवैये की वजह से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में संचालित मिड डे मील योजना संकट में है. जीएसटी का करोड़ों रुपया बकाया है.
रायपुर में पिकनिक मनाने के आरोपों पर दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि ये सवाल तो भाजपा से किया जाना चाहिए कि वो क्यों विधायकों को तोड़ने का प्रयास करती है. उन्होंने कहा कि जब असम में शिवसेना के विधायक थे तो बीजेपी से यही सवाल क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि रायपुर में सारे विधायक अपने बल और अपनी कुव्वत से रह रहे हैं. भाजपा ने ऐसी परिस्थितियां पैदा की हैं कि हमें अपनी सुरक्षा और एकजुटता सुनिश्चित करने के लिए रायपुर में रहना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमें अच्छा थोड़ी लगता है कि हम जनता की खुशी और तकलीफ में शामिल नहीं हो पा रहे.
छत्तीसगढ़ में सरकार की नहीं, अपनी खा रहे हैं
स्टीफन मरांडी ने कहा कि हम रायपुर में जरूर हैं, लेकिन हमलोग ना तो छत्तीसगढ़ सरकार की खा रहे हैं और ना ही झारखंड सरकार की. सभी विधायक अपने-अपने खर्चे पर रायपुर में हैं. महाराष्ट्र में क्या हुआ उससे कोई भी अनभिज्ञ नहीं है. यूपीए विधायकों के छत्तीसगढ़ जाने के सवाल पर श्री मरांडी ने कहा कि 2005 में भी ऐसा वाकया हो चुका है.
भाजपा द्वारा हमें तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. हम एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए रायपुर में साथ रह रहे हैं. आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे की खबर चलायी जा रही है. हम इसका खंडन करने मीडिया के सामने आये हैं.