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झारखंड कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर, प्रदेश नेतृत्व को कोस रहे जिलाध्यक्ष, दिल्ली आलाकमान के सामने रखेंगे बात

इधर, प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ पार्टी के लगभग आधा दर्जन जिलाध्यक्षों ने बैठक कर रणनीति बनायी है. रांची महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय के नेतृत्व में हुई बैठक में प्रदेश नेतृत्व की ओर से जारी किये फरमान पर आपत्ति जतायी गयी है. 14 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में इसे लेकर जिलाध्यक्ष मुखर होकर अपनी बात भी रखेंगे. उनका कहना है कि जिलाध्यक्षों को काम करने की मशीन समझ लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2021 11:27 AM

Jharkhand Congress News रांची : प्रदेश कांग्रेस कमेटी में इन दिनों गुटबाजी चरम पर है. विधायक से लेकर जिलाध्यक्ष तक अलग-अलग बैठक कर प्रदेश नेतृत्व पर पर अंगुली उठायी है. साथ ही संगठन व सरकार में पूछ नहीं होने की बात कर रहे हैं. हालांकि, अब तक न तो आला नेतृत्व आैर न ही प्रदेश नेतृत्व की ओर से कोई पहल की गयी है. पार्टी के विधायक समेत संगठन से जुड़े नेताओं ने अपनी बात दिल्ली में पार्टी नेताओं के समक्ष रखी है.

इधर, प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ पार्टी के लगभग आधा दर्जन जिलाध्यक्षों ने बैठक कर रणनीति बनायी है. रांची महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय के नेतृत्व में हुई बैठक में प्रदेश नेतृत्व की ओर से जारी किये फरमान पर आपत्ति जतायी गयी है. 14 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में इसे लेकर जिलाध्यक्ष मुखर होकर अपनी बात भी रखेंगे. उनका कहना है कि जिलाध्यक्षों को काम करने की मशीन समझ लिया गया है.

बिना अनुमति जिला नहीं छोड़ने का फरमान जारी कर दिया जाता है. पार्टी के बड़े नेता अपना चेहरा चमकाने के लिए जिलाध्यक्षों का इस्तेमाल कर रहे हैं. पार्टी की ओर से लगातार कार्यक्रम दिये जा रहे हैं, लेकिन वार्ड व प्रखंड में चलनेवाले कार्यक्रम में नेताओं व संगठन का कोई सहयोग नहीं मिलता है. जल्द ही नाराज जिलाध्यक्ष सरकार बनने के डेढ़ साल का खाका तैयार कर दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं से मुलाकात कर अपनी बातें रखेंगे. संगठन के बारे में बड़े नेताओं के साथ पार्टी के जमीन स्तर स्तर के नेताओं व कार्यकर्ताओं से भी राय ली जानी चाहिए.

बोर्ड-निगम पर है निगाहें, चल रही लॉबिंग :

पार्टी के अंदर खाने में चर्चा है कि नाराज विधायक बोर्ड-निगम में जगह पाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं. इसे लेकर संगठन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. दिल्ली में अलग-अलग नेताओं से मुलाकात कर रणनीति बनायी जा रही है. हाल ही में यूथ कांग्रेस के पूर्ववर्ती नेताओं की बैठक हुई. इसमें विधायक समेत दो कार्यकारी अध्यक्ष भी शामिल हुए. बैठक में संगठन के कामकाज पर नाराजगी भी जतायी गयी. कहा गया कि पार्टी व संगठन में कार्यकर्ताओं की पूछ नहीं हो रही है.

20 सूत्री व निगरानी समिति को लेकर भी 14 को होगा विमर्श :

संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं की सरकार में भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर प्रदेश नेतृत्व ने तैयारी शुरू कर दी है. 14 जुलाई को होनेवाली जिलाध्यक्षों की बैठक में 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन व निगरानी समिति के विस्तार को लेकर चर्चा होगी. फॉर्मूला तय करने के बाद पार्टी के नेता सीएम से मुलाकात करेंगे. पार्टी नेताओं का कहना है कि इस माह के अंत तक 20 सूत्री व निगरानी समिति का गठन जिला व प्रखंड स्तर तक कर लिया जायेगा.

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