Jharkhand Politics: PM मोदी के दौरे के बाद झामुमो ने किया पलटवार, कहा-मंच पर था भूतों का जमावड़ा
पीएम मोदी के झारखंड दौरे को लेकर झामुमो आक्रमक हो गई है. झामुमो ने पीएम के दौरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके मंच पर सारे भूतों का जमावड़ा था.
Jharkhand Politics : झामुमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर पलटवार किया है. झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड को उम्मीद थी कि पीएम चुनावी मौसम में यहां आये हैं, तो निश्चित ही राज्य की माइनिंग रॉयल्टी का बकाया 1.36 लाख करोड़, सरना धर्म कोड और ओबीसी आरक्षण पर कुछ घोषणा करेंगे. मगर इन सबका नाम तक नहीं लिया. यहां तक कि चंपाई सोरेन समेत पांच-पांच पूर्व सीएम भी अपने नेता से यह बात बुलवा नहीं सके. अब इन्हें आने वाले दिनों में जनता को जवाब देना होगा, नहीं तो वे किस मुंह से जनता के बीच जायेंगे. श्री भट्टाचार्य रविवार को पार्टी के कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
पीएम के मंच पर भूतों का जमावड़ा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र पूरी तरह से हताश और निराश दिखे. क्या-क्या बोल गये, उन्हें भी पता नहीं चलेगा. पीएम मोदी ने भूत की बात की. कहा कि किसी पार्टी का भूत किसी और पार्टी में चला जाता है. पीएम मोदी ने ये सही बात कही. जब वे मंच पर गये तो उनको कई भूत नजर आये. कोई झामुमो से गया हुआ भूत, कोई कांग्रेस से गया हुआ भूत, कोई जेवीएम से गया भूत. इससे पीएम को लगा कि यहां तो सभी भूत हैं. भाजपा के जो 240 सांसद जीत कर आये हैं, उनमें से 140 सांसद भूत ही हैं. यानी दूसरी पार्टियों के हैं. इनमें से 95 सांसद कांग्रेसी भूत हैं.
हिमंता बिस्वा सरमा बताया भूत
मणिपुर में आग लगाने वाले असम के सीएम भी भूत हैं. वे भी कभी कांग्रेसी थे. डेढ़ साल से जो मणिपुर जल रहा है, इसके सीएम भी भूत हैं. मंच पर आगे की कुर्सियों पर सिर्फ एक भाजपा का नेता था और वे थे शिवराज सिंह चौहान. कहा कि मंच पर मौजूद स्थानीय सासंद भी भूत ही थे. जो मंच का संचालन कर रही थीं, वो भी भूत हैं. पीएम मोदी के मंच पर भूतों का जमावड़ा लगा हुआ था. पीएम मोदी को सोते हुए में भी हर जगह का हार का भूत दिखायी दे रहा है. हरियाणा के साथ महाराष्ट्र में भी हार का भूत उनको दिखायी दे रहा है.
डीएमएफटी फंड कोई चमत्कार नहीं
सुप्रियो ने कहा कि पीएम ने डिस्ट्रिक माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की बात की. यह सिर्फ झारखंड के लिए नहीं है. ये देश के उन सभी राज्यों के जिलों के लिए है, जहां माइंस और मिनरल्स हैं. इन जिलों से जो रॉयल्टी आती थी, उसका सिर्फ नाम बदल कर डिस्ट्रिक माइनिंग फाउंडेशन ट्रस्ट कर दिया. ये कोई बहुत चमत्कार की बात नहीं थी, जिसकी चर्चा की गयी. दूसरी बड़ी बात उन्होंने ये कही कि पीएम आवास योजना को फिर से शुरू करेंगे.
झारखंड आने के बाद याद आता है शहीदों का नाम
सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी ने कभी पोटो हो का नाम नहीं लिया था, जबकि वे 2012 से झारखंड आ रहे हैं. मगर आज उन्होंने लिया. चूंकि सीएम हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम से युवा वर्ग के लिए योजना की शुरुआत की, तो पीएम मोदी को भी पोटो हो का ख्याल आया. हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम से ग्रामीण खेल योजना की शुरुआत की. जब वो संताल जाते हैं तो फूलो झानो के नाम से हमारी योजना के माध्यम से वे इन वीर क्रांतिकारी संताली महिलाओं से परिचित होते हैं.