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बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी मामले में राजनीति गरमायी, JMM और BJP में शुरू हुई जुबानी जंग

सुनील तिवारी मामले में झारखंड की राजनीति गरमा गयी है, झामुमो ने बाबूलाल पर हमला बोलते हुए कहा है कि बाबूलाल ने कुकृत्य की वकालत करने का कॉन्ट्रेक्ट ले लिया है. तो इस मामले में बाबूलाल मरांडी ने भी झामुमो को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य की पुलिस सरकार का टूल्स बन गयी

By Prabhat Khabar News Desk | August 19, 2021 12:07 PM

babulal marandi advisor sunil tiwari case रांची : झामुमो ने भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के बयान पर पलटवार किया है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी अब अपना मुख्य काम राजनीति छोड़ कर प्रत्यक्ष तौर पर वकालत करने का काम कर रहे हैं. भाजपा में शामिल होने के बाद बाबूलाल मरांडी ने भाजपा से संबंधित लोगों के कुकृत्य की वकालत करने का एक एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रेक्ट (एएमसी) ले लिया है.

बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जांच के नतीजे आने से पहले ही बाबूलाल मरांडी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बन कर आरोपी को सर्टिफिकेट देने लगते हैं. पिछले माह कांग्रेस विधायक ने कुछ तथ्य रखे. पुलिस द्वारा कार्रवाई की गयी. इन तथ्यों पर जांच चल रही थी, तभी बाबूलाल वकील बन कर खड़ा हो गये. परंतु जब तथ्य सामने आने लगे, तो पीछे चले गये.

मामला मनगढ़ंत :

एक सवाल के जवाब में श्री भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सोरेन से जुड़ा मामला मनगढ़ंत है. इसका क्या परिणाम हुआ सब जानते हैं. वर्ष 2014 के बाद से भाजपा नेता विधानसभा के अंदर व बाहर असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते आ रहे हैं. इसकी मैं व्यक्तिगत रूप से आलोचना करता हूं.

राज्य की पुलिस बन गयी सरकार का टूल्स, डरा रही है : बाबूलाल

भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उनके राजनीतिक सलाहकार व पत्रकार सुनील तिवारी पर षडयंत्र के तहत अरगोड़ा थाना में मामला दर्ज कराया गया है़ इस मुकदमे के पीछे एक बड़ा षड्यंत्र है़ एक बड़े मामले को दबाने की कोशिश है़ पुलिस राज्य की विधि-व्यवस्था गंभीर नहीं है़ पुलिस केवल सरकार का टूल्स बन कर काम कर रही है़ श्री मरांडी पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे़

उन्होंने कहा कि यह मामला वर्ष 2013 में आया था़ श्री मरांडी ने कहा कि उन्होंने तुरंत महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक, पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर इस गंभीर षड्यंत्र की जांच का अनुरोध किया था़ इसके साथ ही सुनील तिवारी का नाम वीडियो में होने के कारण उन्हें अपनी सुरक्षा में इंटरवेनॉर बनने की सलाह दी़ सुनील तिवारी ने ऐसा ही किया़ उन्होंने कहा कि इंटरवेनॉर का मामला हाइकोर्ट में लंबित है़

सुनवाई में होती देर को देखते हुए सुनील तिवारी ने माननीय उच्चतम न्यायालय में अनुरोध किया, जिसकी सुनवाई सप्ताह के भीतर संभावित है़ सुनील तिवारी को एक लड़की द्वारा आरोप लगाकर फंसाने की साजिश की गयी है़ इसकी पुष्टि इंटरवेनॉर बनने के बाद श्री तिवारी को कई तरह डराने-धमकाने की कोशिश से होती है़ इसका खुलासा भी समय पर किया जायेगा कि उन्हें किसने, कब किस प्रकार से डराने धमकाने की कोशिश की़ राज्य सरकार रोज नये हथकंडे अपना रही है़

श्री मरांडी ने कहा कि जिस लड़की ने सुनील तिवारी पर आरोप लगाये हैं, वो लगभग एक वर्ष पूर्व उनके यहां काम करती थी़ आश्चर्य है कि उसने इतने बड़े मामले को एक वर्ष तक दबाकर रखा़ न पुलिस को बताया,न परिजनों को, न सुनील तिवारी के परिवार को़ इस पूरे मामले में ऐसे में षड्यंत्र स्पष्ट दिखलाई पड़ता है़ भाजपा नेता ने कहा कि दूसरी तरफ एक लड़की जो श्री तिवारी के यहां रहकर पढ़ती थी, उसे 15 अगस्त को जब पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा था, तो घर से उठाकर अनगड़ा ले जायेगा़ साथ में 6 और 4 वर्ष के बच्चों को भी पुलिस ले जाती है़ रात के एक बजे तक थाना में प्रताड़ित करती है़

रात तीन बजे कहीं गुप्त स्थान पर ले जाती है़ 16 अगस्त को उस बच्ची को बाल सुधार गृह लाया जाता है़ श्री मरांडी ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने डीजी से लेकर एसपी,थाना प्रभारी सभी से बात की पर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला़ उन्होंने कहा कि यह सब किस कानून के तहत की गयी कार्रवाई है़ क्या बच्ची अनाथ थी,कहीं लावारिस मिली थी,कोई रेस्क्यू में छुड़ाया गया था़ यदि नहीं तो फिर कैसे पुलिस ऐसी असंवैधानिक कार्रवाई कर सकती है़ सरकार एक षड्यंत्र के तहत, विद्वेषपूर्ण, गैर जिम्मेदाराना कार्रवाई कर रही है़ श्री मरांडी ने कहा कि सरकार पूरे घटनाक्रम की सीबीआइ अथवा सिटिंग जज की अध्यक्षता में गठित जांच समिति से कराये़

Posted by : Sameer Oraon

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