बाबूलाल मरांडी का JMM पर आरोप- शिबू सोरेन परिवार के पास ‍250 करोड़ की संपत्ति, CM हेमंत ने दिया ये जवाब

भाजपा विधायक दल के नेता ने सोरेन परिवार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके परिवार के पास 250 करोड़ संपत्ति है. इस मामले में हेमंत सोरेन ने जवाब देते हुए कहा कि जनता ने उन्हें 2019 में केवल बोलने की ही जिम्मेदारी दी है.

By Sameer Oraon | September 14, 2022 9:20 AM
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भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि शिबू सोरेन परिवार के पास कुल 250 करोड़ मूल्य की संपत्ति है. उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार की कुल 108 संपत्ति देश के अलग-अलग हिस्सों में है़ उन्होंने यह संपत्ति 10-12 वर्षों में अर्जित की है. मीडिया से बात करते हुए श्री मरांडी ने कहा कि सोरेन परिवार ने अभी तक सिर्फ 33 संपत्ति का ब्योरा ही आयकर विभाग और चुनाव आयोग को दिया है़ उन्होंने कहा : मेरे पास जो कागजात हैं, उसमें 108 संपत्ति इस परिवार के नाम से है़ इनकी संपत्ति रांची से लेकर दुमका,दिल्ली व यूपी तक में फैली हुई है.

दूसरी ओर मरांडी के आरोप के जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे विपक्ष के साथियों को जनता ने वर्ष 2019 के बाद केवल बोलने की जिम्मेवारी दी है़ उन्हें अन्य कोई जिम्मेवारी नहीं मिली है.उन्होंने कहा कि उनके पास कोई जिम्मेवारी नहीं है, कम से कम उन्हें इतना तो काम करने दिया जाये. श्री सोरेन ने कहा कि विपक्ष के लोग ज्ञान बांट रहे हैं. जनता ने जो बोलने का काम दिया है वो पांच साल तक करते रहें, मेरी शुभकामना उनके साथ है.

आदिवासी कार्ड खेलते हैं :

बाबूलाल ने कहा कि सोरेन परिवार के पास इतनी संपत्ति है कि उसके दम पर हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के बड़े-बड़े वकील रख सकते है़ं ये आदिवासी का कार्ड खेलते है लेकिन व्यवहार से सामंतवादी विचारधारा के है़ं तेजी से संपत्ति अर्जित करने के मामले में इस परिवार का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए़

श्री मरांडी ने कहा कि राज्य की जनता को यह जानने का हक है कि उनके मुख्यमंत्री क्या कर रहे है़ं बाबूलाल ने कहा कि सोरेन परिवार पर जब कभी भी संकट आता है तो ये लोग आदिवासी का विक्टिम कार्ड खेलते है़ं अगर इनकी संपत्ति की जांच हुई, तो अकूत संपत्ति मिलेगी़ लोकपाल की अदालत से शिबू सोरेन जांच मामले को कुछ दिनों के लिए स्टे दिया गया है़ कहा कि सोरेन परिवार इतना ईमानदार है, तो अपनी संपत्ति की जांच कराने से क्यों बचना चाहता है़ जांच होने दे दूध का दूध व पानी का पानी हो जायेगा़.

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