रांची: भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेगी. 18 अक्तूबर को राज्यभर के पार्टी समर्थित पंचायत प्रतिनिधियों को रांची बुलाया है़ पार्टी का दावा है कि निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों में आधे भाजपा समर्थित है. पार्टी इनका सम्मान करेगी. पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन में आंदोलन का बिगूल फूंकेगी.
बुधवार को प्रदेश पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारियों की बैठक हुई़ बैठक मेें क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी विशेष रूप से मौजूद थे. पार्टी नेताओं को राज्य सरकार के खिलाफ अभियान तेज करने को कहा है. केंद्र सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक ले जाने का निर्देश दिया गया है
बैठक में पार्टी अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड की जनता के दिलों में भाजपा बसती है. भाजपा ही एक पार्टी है जो गांव, गरीब और किसान को समर्पित है़ पंचायत चुनाव में जिला परिषद, मुखिया, पंचायत समिति के कुल सीटों में आधे से अधिक जनप्रतिनिधि भाजपा के कार्यकर्ता है.
पंचायत चुनाव दलीय आधार व पार्टी के चुनाव चिह्न पर नहीं हुए, लेकिन अपनी सक्रियता, सहभागिता और संवेदनशीलता के कारण पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जनता का विश्वास प्राप्त किया है़ इसलिए पार्टी ने ऐसे जनप्रतिनिधियों को सम्मानित करने का कार्यक्रम तय किया है़ उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में राज्य सरकार के खिलाफ जनता ने खुलकर मतदान किया है़ जनता समझ चुकी है कि विधानसभा चुनाव में झूठे वायदों के साथ जनता को धोखा दिया है़ पंचायत चुनाव में राज्य के पिछड़ा वर्ग के साथ हेमंत सरकार ने अधिकार को छीना है़.
संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि समाज के मेरुदंड है़ं इनका सम्मान राज्य की जनता की भावनाओं का सम्मान है़ कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाना है़ बैठक में सांसद आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, सुनील सिंह, विनोद शर्मा, नीलकंठ सिंह मुंडा, गंगोत्री कुजूर, अपर्णा सेन गुप्ता, प्रणव वर्मा, बालमुकुंद सहाय, नवीन जायसवाल, सुबोध सिंह गुड्डू, काजल प्रधान,शर्मिला रजक, रीता मिश्रा, दीपक बंका सहित कई नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए़
पार्टी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस प्रदेश की विधि व्यवस्था ध्वस्त है़ तुष्टीकरण चरम पर है़ यह सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है़ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश है़ जनता इस सरकार को करारा जवाब देने का इंतजार कर रही है़ आगामी 18अक्तूबर को आयोजित पंचायत प्रतिनिधि सम्मान के बाद राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन को तेज किया जायेगा़ सरकार आपके द्वार में मुख्यमंत्री के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है़ इस सरकार को जनता गद्दी सेे उतार देगी़ राज्य में अराजकता की स्थिति है.